Move to Jagran APP

Maharashtra Elections 2024: तीन मुख्यमंत्री, 3 नेता प्रतिपक्ष और 2 विधानसभा अध्यक्ष; 14वीं विधानसभा में बना ऐतिहासिक रिकॉर्ड

महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों की मंगलवार को घोषणा हो गई। इसके साथ ही उथल-पुथल भरी 14वीं विधानसभा का कार्यकाल भी समापन की ओर बढ़ गया जो अपने पूरे कार्यकाल के दौरान कई अनोखे रिकार्ड बना चुकी है। वास्तव में 14वीं विधानसभा की शुरुआत ही उथल-पुथल से हुई थी। पांच वर्ष पहले चुनाव तो भाजपा-शिवसेना गठबंधन बड़े अच्छे माहौल में लड़ा था

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Tue, 15 Oct 2024 10:18 PM (IST)
Hero Image
Maharashtra Elections 2024, 14वीं विधानसभा में बना ऐतिहासिक रिकॉर्ड

ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों की मंगलवार को घोषणा हो गई। इसके साथ ही उथल-पुथल भरी 14वीं विधानसभा का कार्यकाल भी समापन की ओर बढ़ गया, जो अपने पूरे कार्यकाल के दौरान कई अनोखे रिकार्ड बना चुकी है। वास्तव में 14वीं विधानसभा की शुरुआत ही उथल-पुथल से हुई थी।

पांच वर्ष पहले चुनाव तो भाजपा-शिवसेना गठबंधन बड़े अच्छे माहौल में लड़ा था, लेकिन चुनाव परिणाम आते ही जब शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने अपने तीन दशक पुराने सहयोगी दल के नेता देवेंद्र फडणवीस का फोन उठाना भी बंद कर दिया, तभी भाजपा नेताओं को लग गया था कि दाल में कुछ काला है।

उद्धव ने संभवत: पूर्वनिर्धारित योजना के तहत राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिलाकर महाविकास आघाड़ी का गठन कर भाजपा से नाता तोड़ लिया और स्वयं मुख्यमंत्री बन गए।

तीन मुख्यमंत्रियों ने ली शपथ 

उनके इस प्रकार पाला बदलने का प्रभाव पूरे पांच साल पड़ा। इस दौरान अभूतपूर्व रूप से इसने तीन मुख्यमंत्री, तीन नेता प्रतिपक्ष और दो विधानसभा अध्यक्ष देखे। दो प्रमुख दलों शिवसेना और राकांपा को बड़े विभाजन भी देखने पड़े। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर, 2024 को समाप्त होगा।

पिछले पांच सालों में तीन मुख्यमंत्रियों ने शपथ ली। देवेंद्र फडणवीस (भाजपा) तो मात्र 80 घंटे ही मुख्यमंत्री रहे। उनके बाद शपथ लेने वाले उद्धव ठाकरे (शिवसेना) लगभग ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहे तथा वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (शिवसेना) भी शेष ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहे।

भारतीय राजनीति में एक अलग तरह का बनाया रिकार्ड

विधानसभा में विपक्ष के नेताओं में देवेंद्र फडणवीस (भाजपा), अजीत पवार (राकांपा) और विजय वडेट्टीवार (कांग्रेस) शामिल हैं। राकांपा के अजीत पवार ने एक ही विधानसभा के पांच वर्ष के कार्यकाल में तीन बार उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर भारतीय राजनीति में एक अलग तरह का रिकार्ड बनाया। वह अब तक अलग-अलग मुख्यमंत्रियों के अधीन पांच बार नंबर दो की हैसियत से काम कर चुके हैं।

इस विधानसभा में सबसे पहले मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले देवेंद्र फडणवीस को बाद में नेता प्रतिपक्ष और फिर उप मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करना पड़ा है। इसी प्रकार सदन ने दो विधानसभा अध्यक्ष भी देखे। ये थे नाना पटोले (कांग्रेस) और राहुल नार्वेकर (भाजपा)। लेकिन अनेक उतार-चढ़ाव के बावजूद उपसभापति पद पर पांच साल तक कोई बदलाव नहीं हुआ।

'राज्य ने तीन राज्यपालों को भी देखा'

राकांपा के नरहरि झिरवल महाविकास आघाड़ी के कार्यकाल में भी विधानसभा के उपसभापति थे और फिर महायुति सरकार में भी उसी पद पर रहे, क्योंकि राकांपा का विभाजन होने पर वह अजीत पवार के साथ आ गए थे। एक विशेष बात यह भी है कि विधानसभा के पूरे कार्यकाल के दौरान राज्य ने तीन राज्यपालों को भी देखा। भगत सिंह कोश्यारी (5 सितंबर 2019 से 17 फरवरी 2024), रमेश बैस (18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024) और मौजूदा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, जिन्होंने 31 जुलाई 2024 को पदभार संभाला है।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें