हत्या से कुछ घंटे पहले बाबा सिद्दीकी ने किया था इंस्टाग्राम पोस्ट, रतन टाटा के लिए कही थी ये बात
अपनी हत्या से ठीक दो दिन पहले सिद्दीकी ने अपना आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट किया था। राजनेता जो सक्रिय रूप से अपने समर्थकों के साथ बातचीत करने के लिए अपने सोशल मीडिया हैंडल का उपयोग करते थे ने दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि पोस्ट की थी जिनकी 9 अक्टूबर को 86 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई थी।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार शाम मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई। अपनी हत्या से ठीक दो दिन पहले, सिद्दीकी ने अपना आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट किया था। राजनेता, जो सक्रिय रूप से अपने समर्थकों के साथ बातचीत करने के लिए अपने सोशल मीडिया हैंडल का उपयोग करते थे, ने दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि पोस्ट की थी, जिनकी 9 अक्टूबर को 86 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई थी।
अपने पोस्ट में, सिद्दीकी ने रतन टाटा की मृत्यु को 'एक युग का अंत' बताया। 66 साल के राजनेता की बांद्रा में उनके बेटे के कार्यालय के पास खेर नगर में तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। बंदूकधारियों ने कम से कम छह गोलियां चलाईं, जिनमें से चार उनके सीने में लगीं। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
'मुंबई पुलिस कर रही लॉरेंस बिश्नोई के एंगल से जांच'
इस मामले में दो संदिग्धों, हरियाणा के गुरमेल बलजीत सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप को हत्या के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि तीसरा संदिग्ध अभी भी फरार है। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार लोगों ने दावा किया कि वे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से हैं। न तो पुलिस ने इसकी पुष्टि की है और न ही गिरोह ने स्वीकार किया है कि हत्या के पीछे बिश्नोई हैं। मुंबई पुलिस ब्रांच का इस मामले में कहना है, दो आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है। हर एंगल से जांच की जा रही है। उनका कहना है, लॉरेंस बिश्नोई के एंगल से भी मामले की जांच की जा रही है।
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वहीं मुंबई पुलिस ब्रांच ने ये भी कहा, दोनों आरोपियों के पास से दो पिस्तौलें बरामद की गईं। आरोपी मिर्ची स्प्रे लेकर आये थे, पहले आरोपी स्प्रे करने वाले थे फिर गोली चलाने वाले थे लेकिन तीसरे आरोपी शिव कुमार गौतम ने सीधे फायरिंग शुरू कर दी।
हमले से ठीक 15 दिन पहले सिद्दीकी को मिली जान से मारने की धमकी
पुलिस ने आगे बताया, पहलू झुग्गी बस्ती पुनर्वास मामले से जुड़ा है। सूत्रों का कहना है कि हमले से ठीक 15 दिन पहले सिद्दीकी को जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके कारण उन्हें 'Y' कैटेगरी की सुरक्षा में रखा गया था।मुंबई पुलिस अपराध शाखा ने मामले की जांच के लिए चार विशेष टीमें बनाई हैं, लेकिन अभी तक कोई निर्णायक मकसद स्थापित नहीं हो सका है।