Move to Jagran APP

Maharashtra Rain: बारिश का कहर जारी, अब तक 14 लोगों की मौत; 251 जानवरों की भी गई जान

महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में एक जून से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से 11 मौतें बिजली गिरने से हुई हैं। संभागीय आयुक्त कार्यालय द्वारा तैयार प्राथमिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दो दिनों में परभणी और हिंगोली जिलों में चार मौतें हुईं। इन चार पीड़ितों में से दो 14 वर्षीय लड़का और 40 वर्षीय महिला हैं।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Wed, 12 Jun 2024 05:05 PM (IST)
Hero Image
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में बारिश का कहर (Image: ani)
पीटीआई, छत्रपति संभाजीनगर। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में एक जून से बारिश का कहर मचा हुआ है। इससे अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें से 11 मौतें बिजली गिरने से हुई हैं। संभागीय आयुक्त कार्यालय द्वारा तैयार प्राथमिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दो दिनों में परभणी और हिंगोली जिलों में चार मौतें हुईं।

मराठवाड़ा के सात जिलों में 1 जून से बारिश से संबंधित घटनाओं में 14 लोगों की जान चली गई है। इनमें से चार मौतें पिछले दो दिनों में ही हुई हैं। चार पीड़ितों में से दो 14 वर्षीय लड़का और 40 वर्षीय महिला हैं। इनमें से ग्यारह मौतें बिजली गिरने से हुईं।

मराठवाड़ा के कुल आठ जिलों में से सात जिलों में कहर

बाढ़ के पानी में बह जाने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की मौत गोशाला ढहने से हुई। मराठवाड़ा के कुल आठ जिलों में से सात जिलों में ये मौतें हुईं, जबकि छत्रपति संभाजीनगर में कोई मौत नहीं हुई। सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्यादा चार मौतें लातूर जिले में हुईं, जबकि परभणी और नांदेड़ में तीन-तीन मौतें हुईं। चार अन्य जिलों - जालना, हिंगोली, बीड और धाराशिव में एक-एक मौत हुई।

1 जून से मराठवाड़ा के सभी आठ जिलों में प्राकृतिक आपदाओं के कारण इंसानों के अलावा 251 जानवरों की भी जान चली गई। इनमें से 99 जानवरों की मौत पिछले दो दिनों में हुई।

यह भी पढ़ें: Hanuman Chalisa Row: अदालत में पेश नहीं हुईं नवनीत राणा, मामले की सुनवाई 2 जुलाई तक स्थगित

यह भी पढ़ें: 'तो क्या पीएम मोदी करेंगे मणिपुर का दौरा' मोहन भागवत के बयान के बाद उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री से पूछा सवाल

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।