Maharashtra Assembly Polls: विधानसभा चुनाव में 'एकला चलो' की तैयारी में राज ठाकरे, इतने सीटों पर उतार सकते हैं उम्मीदवार
Maharashtra Assembly Polls महाराष्ट्र में भाजपा नीत गठबंधन महायुति को अपेक्षित सफलता न मिलने से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे का इस गठबंधन से मोहभंग हुआ दिखता है। अब वह चार माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को अकेली ही चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं। उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से 225 से 250 सीटों पर तैयारी शुरू कर देने का निर्देश दिया है।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में भाजपा नीत गठबंधन महायुति को अपेक्षित सफलता न मिलने से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे का इस गठबंधन से मोहभंग हुआ दिखता है। अब वह चार माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को अकेली ही चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं। उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से 225 से 250 सीटों पर तैयारी शुरू कर देने का निर्देश दिया है।
राज ठाकरे को देंगे चुनाव तैयारियों की रिपोर्ट
गुरुवार को मनसे की एक बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मनसे नेता बाला नंदगांवकर ने कहा कि पार्टी पदाधिकारी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करेंगे और चुनाव तैयारियों के बारे में ठाकरे को रिपोर्ट देंगे। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को समर्थन देने की घोषणा की थी। राज ठाकरे ने एनडीए के लिए प्रचार भी किया, लेकिन उनकी पार्टी कहीं भी चुनाव नहीं लड़ी थी।
पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयारी करने का निर्देश
नांदगांवकर के अनुसार, राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव में 225 से 250 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या मनसे सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन ‘महायुति’ का हिस्सा बनेगी या अपने दम पर चुनाव लड़ेगी, उन्होंने कहा कि हम अभी कोई चर्चा नहीं कर रहे हैं। हमने अब तक अपने दम पर ही चुनाव लड़ा है। हम देखेंगे कि भविष्य में क्या होता है। उन्होंने कहा कि हर पार्टी को विस्तार करना होता है।2009 में लड़ा था पहला विधानसभा चुनाव
बता दें कि 2006 में गठित मनसे ने 2009 में अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और 13 सीटें जीतीं। हालांकि, 2014 और 2019 के राज्य चुनावों में इसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा और पार्टी को हर बार सिर्फ एक सीट ही मिली।पार्टी के एक अन्य नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि बैठक में राज ठाकरे ने कहा कि विपक्ष की महाविकास अघाड़ी को मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में नरेंद्र मोदी विरोधी वोट मिले, लेकिन मराठी भाषी क्षेत्रों में उसे ज्यादा समर्थन नहीं मिला। देशपांडे ने राज के हवाले से कहा कि मराठी भाषी उद्धव ठाकरे से नाराज़ थे। क्योंकि उन्होंने कांग्रेस और एनसीपी (शपा) से हाथ मिला लिया था। राज ठाकरे का मानना है कि उद्धव से इस प्रकार नाराज मराठी भाषियों के वोट उनको मिल सकते हैं।
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