Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Maharashtra News: देवेंद्र फडणवीस बोले एमवीए सरकार में गए उद्योग, आदित्य ने किया खंडन लगाए नए आरोप

Maharashtra News डेढ़ लाख करोड़ की वेदांत फाक्सकान परियोजना जाने के बाद से ही महाराष्ट्र के सत्ता पक्ष एवं विपक्ष में आरोपों का सिलसिला चालू है। हाल ही में टाटा एयरबस परियोजना के भी गुजरात चले जाने से ये आरोप और जोर पकड़ चुके हैं।

By Jagran NewsEdited By: Vinay Kumar TiwariUpdated: Mon, 31 Oct 2022 07:46 PM (IST)
Hero Image
Maharashtra News: अब नई सरकार को इन उद्योगों के पलायन के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

मुंबई, राज्य ब्यूरो। Mumbai News: उद्योगों के पलायन को लेकर महाराष्ट्र में घमासान जारी है। सोमवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व की महाविकास आघाड़ी सरकार पर आरोप लगाया कि वेदांत-फाक्सकान एवं टाटा एयरबस जैसे बड़े प्रकल्प उसके कार्यकाल में ही महाराष्ट्र से पलायन कर गए थे। इसके कुछ देर बाद ही पिछली सरकार में मंत्री रहे आदित्य ठाकरे ने पूर्व उद्योग मंत्री सुभाष देसाई के साथ आकर इन आरोपों का खंडन किया और शिंदे सरकार पर नए आरोप भी मढ़ दिए।

डेढ़ लाख करोड़ की वेदांत फाक्सकान परियोजना जाने के बाद से ही महाराष्ट्र के सत्ता पक्ष एवं विपक्ष में आरोपों का सिलसिला चालू है। हाल ही में टाटा एयरबस परियोजना के भी गुजरात चले जाने से ये आरोप और जोर पकड़ चुके हैं। एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह ने उनसे वायदा किया है कि जल्दी ही कुछ बड़ी औद्योगिक परियोजनाएं महाराष्ट्र में आएंगी।

इसके अगले ही दिन दिल्ली में इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने घोषणा की कि 500 करोड़ रुपयों की लागत से पुणे के रांजनगांव में इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर विकसित किया जाएगा, जिससे यहां इलेक्ट्रानिक्स उद्योगों में निवेश और रोजगार में बढ़ोतरी होगी।

इस घोषणा के बाद ही महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संवाददाता सम्मेलन बुलाकर पिछले कुछ दिनों से सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों का सिलसिलेवार तरीके से जवाब दिया। उन्होंने उद्धव सरकार में उद्योग मंत्री रहे सुभाष देसाई का वह बयान दिखाया, जिसमें देसाई ने खुद कहा था कि वेदांत फाक्सकान महाराष्ट्र में नहीं आएगा। इसके अलावा 23 सितंबर, 2021 को ही टाटा एयरबस के भी गुजरात जाने की खबर आ गई थी।

फडणवीस ने कहा कि 2016 में जबसे टाटा एयरबस परियोजना की चर्चा शुरू हुई, तभी से मैं टाटा समूह के संपर्क में था। 2019 में सरकार बदलने के बाद जब टाटा समूह ने महाराष्ट्र छोड़ने का मन बनाना शुरू किया, तो विपक्ष में रहते हुए भी मैंने उस परियोजना प्रमुख को अपने घर बुलाकर कहा कि जो दिक्कतें आ रही हों, उन्हें सुलझाया जा सकता है। मैं स्वयं आपको लेकर मुख्यमंत्री से मिल सकता हूं। लेकिन उन्होंने जवाब दिया कि यहां का माहौल निवेश के योग्य नहीं रह गया है।

उसके बाद सरकार के साथ उनकी किसी बातचीत की खबर नहीं लगी। फडणवीस के अनुसार यह टाटा एयरबस परियोजना यहां से चली जाने के बाद भी मेरी उनसे बात हुई। तो उन्होंने कहा कि मैंने साल भर पहले ही मुख्यमंत्री को बता दिया था कि हम लोग गुजरात जा रहे हैं। इसके बावजूद अब नई सरकार को इन उद्योगों के पलायन के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

फडणवीस ने कहा कि आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर द्वारा आज घोषित इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर सहित कई बड़ी परियोजनाएं जल्दी ही महाराष्ट्र में आएंगी और दो साल के अंदर महाराष्ट्र पुनः औद्योगीकरण में नंबर वन की स्थिति हासिल कर लेगा। फडणवीस ने कोकण के नाणार क्षेत्र में प्रस्तावित रिफाइनरी परियोजना पर भी शीघ्र काम शुरू होने की आशा जताई।

बता दें कि शिवसेना इस ग्रीन रिफाइनरी परियोजना का विरोध करती रही है। लेकिन देवेंद्र फडणवीस के उक्त संवाददाता सम्मेलन के कुछ देर बाद ही शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भी संवाददाता सम्मेलन बुलाकर फडणवीस के इन आरोपों का खंडन किया कि टाटा एयरबस एवं वेदांत फाक्सकान जैसी परियोजनाएं महाविकास आघाड़ी के कार्यकाल में महाराष्ट्र से बाहर गईं।

उन्होंने फडणवीस पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए कहा कि वेदांत फाक्सकान की जिस परियोजना के बारे में उद्धव सरकार के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने बयान दिया था, वह हाल ही में गुजरात गई परियोजना से अलग थी।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें