Maharashtra: भूस्खलन स्थल पर तलाशी अभियान तीसरे दिन फिर शुरू, 86 लोगों का अभी तक नहीं चला पता
महाराष्ट्र में भूस्खलन स्थल पर तलाशी अभियान तीसरे दिन फिर शुरू किया गया। अब तक 86 लोगों का पता नहीं चल सका है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव अभियान शनिवार सुबह तीसरे दिन फिर से शुरू हुआ।एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण शुक्रवार शाम करीब छह बजे तलाशी अभियान रोक दिया गया।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 22 Jul 2023 12:09 PM (IST)
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में भारी भूस्खलन ने कम से कम 22 लोगों की जान ले ली। 86 ग्रामीणों का पता लगाने के लिए खोज और बचाव अभियान शनिवार को तीसरे दिन फिर से शुरू हुआ। बता दें, 19 जुलाई को खालापुर तहसील के अंतर्गत एक पहाड़ी ढलान पर स्थित आदिवासी गांव में भूस्खलन हुआ।
20 जुलाई की शाम कर मरने वालों की संख्या 16 थी, जो 21 जुलाई को 6 और शव मिलने से 22 हो गई। मृतकों में नौ पुरुष, इतनी ही महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं।अधिकारियों ने बताया कि इस आपदा में एक ही परिवार के नौ सदस्यों की मौत हो गई।
तलाशी अभियान फिर से हुए शुरू
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव अभियान शनिवार सुबह तीसरे दिन फिर से शुरू हुआ। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण शुक्रवार शाम करीब छह बजे तलाशी अभियान रोक दिया गया।अधिकारी ने बताया, 'एनडीआरएफ की चार टीमों और अन्य एजेंसियों ने आज सुबह ऑपरेशन फिर से शुरू किया।' पहाड़ी ढलान पर स्थित गांव के 48 में से कम से कम 17 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से भूस्खलन के मलबे के नीचे दब गए।
घटना में 3 पशुओं की भी हुई मौत
रायगढ़ जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार, 229 गांव निवासियों में से 22 की मौत हो गई, 10 घायल हो गए, 111 सुरक्षित थे और 86 व्यक्तियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। शुक्रवार को जिन छह पीड़ितों के शव निकाले गए, उनमें से तीन पुरुष और तीन महिलाएं थीं।अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में चार बच्चे शामिल हैं, जिनकी उम्र छह महीने से चार साल के बीच है। उन्होंने बताया कि इस घटना में मरने वाले एक परिवार के नौ सदस्यों में एक तीन साल का लड़का और उसकी छह महीने की बहन भी शामिल है। घटना में तीन पशुधन की भी मौत हो गई, जबकि 21 पशुओं को बचा लिया गया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।