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Maratha quota protests: MSRTC ने बंद किए 46 बस डिपो, परिवहन निकाय को लगभग 13.25 करोड़ रुपये का हुआ नुकसान

महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा आरक्षण के लिए विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। शुक्रवार को हिंसक हो गया जिसमें 38 पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए। इस प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने लगभग 350 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसी बीच महाराष्ट्र परिवहन निकाय ने 250 में से 46 बस डिपो को पूरी तरह से बंद कर दिया है।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Tue, 05 Sep 2023 10:05 AM (IST)
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मराठा आरक्षण के विरोध प्रदर्शन से महाराष्ट्र परिवरहन निकाय को करोड़ों का नुकसान

मुंबई, पीटीआई। मराठा समुदाय के लिए आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन के कारण महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के 250 बस डिपो में से कम से कम 46 डिपो को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। एक अधिकारी ने कहा ने इस बात की जानकारी दी और साथ ही, बताया कि एमएसआरटीसी को पिछले कुछ दिनों में लगभग 13.25 करोड़ रुपये का नुकसान भी झेलना पड़ा है।

कई जिलों में बस परिचालन हुआ प्रभावित

एमएसआरटीसी के एक प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि विरोध प्रदर्शन के कारण अहमदनगर, औरंगाबाद, परभणी, हिंगोली, जालना, नांदेड़ और धाराशिव जिलों में बस परिचालन काफी ज्यादा प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में विरोध प्रदर्शन के दौरान 20 बसें जला दी गईं और लगभग 19 बसों को क्षतिग्रस्त किया गया है।

परिवहन विभाग को करोड़ों का नुकसान

अधिकारी ने कहा कि बसों के क्षतिग्रस्त होने से एमएसआरटीसी को लगभग 5.25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं, राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन के कारण टिकटों की बिक्री में तकरीबन 8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

गौरतलब है कि एमएसआरटीसी देश के सबसे बड़े सार्वजनिक परिवहन निकायों में से एक है, जिसके बेड़े में 15,000 से अधिक बसें हैं। इसमें रोजाना लगभग 60 लाख यात्री यात्रा करते हैं।

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