Move to Jagran APP

Maratha Reservation: मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों का फूटा गुस्सा, CM और डिप्टी सीएम के पोस्टर पर पोती कालिख

मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों ने भिवंडी में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पोस्टर पर गुरुवार को कालिख पोत दी। मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा इस मामले में देरी करने के लिए सरकार की मंशा पर बुधवार को सवाल उठाया था।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 02 Nov 2023 12:11 PM (IST)
Hero Image
मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों ने सीएम शिंदे और फडणवीस के पोस्टर पर पोता कालिख। फाइल फोटो।

एएनआई, ठाणे। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन जारी है। वहीं, मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों ने भिवंडी में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पोस्टर पर गुरुवार को कालिख पोत दी। इधर, प्रदर्शन को देखते हुए छत्रपति संभाजी नगर जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।

मनोज जरांगे पाटिल ने सरकार की मंशा पर उठाया था सवाल

मालूम हो कि मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा इस मामले में देरी करने के लिए सरकार की मंशा पर बुधवार को सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियां एक जैसी ही हैं और सभी की सोच एक तरह की ही है।

यह भी पढ़ेंः Maratha Reservation: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन जारी, छत्रपति संभाजीनगर जिले में इंटरनेट सेवा बंद

जरांगे ने सरकार से किया था सवाल

मालूम हो कि कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने बुधवार को महाराष्ट्र सरकार से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि क्या वह पूरे मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए तैयार है? जरांगे ने कहा कि राज्य सरकार को मराठों को कोटा देने में अधिक समय क्यों चाहिए? दरअसल, इससे पहले सर्वदलीय बैठक के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने मनोज जरांगे से अनिश्चितकालीन अनशन को खत्म करने और सरकार को कुछ समय देने की अपील की थी।

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं जारांगे

मराठा आरक्षण का मांग को लेकर जालना जिले के अपने पैतृक अंतरवाली सरती गांव में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे जारांगे ने राज्य सरकार से पूछा कि हमारी मांग को पूरा करने के लिए उसे कितना समय चाहिए? उन्होंने सरकार से धरना स्थल पर आकर बातचीत करने को भी कहा।

यह भी पढ़ेंः मनोज जरांगे बोले- हम सरकार को पांच मिनट भी नहीं देंगे, मराठा कोटा पर फैसले के लिए अधिक समय क्यों चाहिए बताएं?

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।