Maratha Reservation Protest: पुलिस एक्शन के खिलाफ बीड में बंद का आह्वान, कई जगहों पर पथराव; बस सेवाओं पर असर
Maratha Reservation Protest महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग करने वालों पर पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में शनिवार को बीड में बंद का आह्वान किया गया। महाराष्ट्र में नौकरियों और शिक्षा में मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग की जा रही है। इस मांग को जालना में लोग भूख हड़ताल पर बैठे थे जिन पर पुलिस ने कार्रवाई की थी।
बीड, पीटीआई। Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग करने वालों पर पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में शनिवार को बीड में बंद का आह्वान किया गया। महाराष्ट्र में नौकरियों और शिक्षा में मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग की जा रही है। इस मांग को जालना में लोग भूख हड़ताल पर बैठे थे, जिन पर पुलिस ने कार्रवाई की थी।
पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, जालना के धुले सोलापुर रोड पर लोगों की भीड़ जुट गई थी, जिसे हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे थे। इसके विरोध में आज बीड में बंद बुलाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि बीड में मराठा क्रांति मोर्चा ने बंद बुलाया है। उन्होंने कहा कि बंद के दौरान माहौल शांत रहा, लेकिन माजलगांव में पथराव की घटना हुई। वहीं, बंद की वजह से सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा।
कई जगहों पर हुआ पथराव
पुलिस अधिकारी ने बताया कि माजलगांव टाउन में शिवाजी चौक, नया बस स्टैंड, पूर्णावाड़ी बैंक और संभाजी चौक के पास पथराव की घटना हुई। कई जगहों पर बंद का शांतिपूर्ण असर दिखा।
बस सेवाओं पर बंद का असर
बता दें कि बंद का असर बस सेवाओं पर भी दिखा है। महाराष्ट्र के जालना, अहमदनगर, सोलापुर, नंदुरबार में कुछ जगहों पर बस सेवाएं पूरी तरह से निलंबित रहीं और कई जगहों पर लंबे अंतराल के बाद बस चल रही थी।
प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे कई नेता
इसके साथ ही लोगों के बीच नेताओं का भी पहुंचना शुरू हो गया है। एनसीपी के प्रमुख शरद पवार, जयंत पाटिल के साथ जालना पहुंचे। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी जालना गए। शरद पवार ने लोगों से बातचीत की। उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध की अपील की।
इधर, इस आंदोलन के बीच एकनाथ शिंदे सरकार की आलोचना हो रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि जनता से किए गए वादे पूरे नहीं हुए और सीएम एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की।