Maratha Reservation: शरद पवार बोले- केंद्र और राज्य सरकार की निष्क्रियता से फैली अशांति, स्वीकार हो मनोज जरांगे की मांग
Maratha Reservation News राकांपा (शरद पवार गुट) के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेशबैस से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वह राज्य सरकार को मराठा समुदाय के आरक्षण आंदोलन में हस्तक्षेप करने का निर्देश दें।
पीटीआई, मुंबई। राकांपा के संस्थापक शरद पवार ने रविवार को कहा कि मराठा आरक्षण के मुद्दे पर राज्य और केंद्र सरकार की निष्क्रियता से इस समुदाय में अशांति फैल गई है। एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे की मांग को अन्य समुदायों के हितों को नुकसान पहुंचाए बिना स्वीकार किया जाना चाहिए।
शरद पवार ने कहा कि वह जरांगे से तब मिले थे, जब उन्होंने पिछले महीने उपवास रखा था। उस दौरान उन्होंने पूरे मामले को गंभीरता से समझा था। मराठा समुदाय अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
विरोध के दूसरे चरण के तहत आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे के 25 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठने के बाद आंदोलन तेज हो गया। उनकी अपील पर कई गांवों ने राजनीतिक नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
...तो गांवों में आमरण अनशन शुरू हो जाएगा
जरांगे ने घोषणा की है कि यदि राज्य सरकार मराठा समुदाय की लंबित मांग का समुचित हल नहीं निकालेगी तो महाराष्ट्र के गांवों में आमरण अनशन शुरू हो जाएगा। वहीं, हिंगोली से सांसद हेमंत पाटिल ने कहा है कि वह मराठा समुदाय के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इस्तीफा दे देंगे।
इस बीच, राकांपा (शरद पवार गुट) के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेशबैस से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वह राज्य सरकार को मराठा समुदाय के आरक्षण आंदोलन में हस्तक्षेप करने का निर्देश दें। प्रतिनिधिमंडल में राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले, राकांपा के प्रदेश प्रमुख जयंत पाटिल और पार्टी नेता जितेंद्र आव्हाड शामिल थे।
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मराठा आरक्षण को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ीं महिलाएंमहाराष्ट्र के लातूर शहर में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर रविवार को कम से कम नौ महिलाएं 70 फुट ऊंची पानी की टंकी पर चढ़ गईं। अधिकारियों के अनुसार, ये महिलाएं गांधी चौक क्षेत्र स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गईं। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा की गई अपील के बावजूद उन्होंने नीचे उतरने से इन्कार कर दिया। वो ऊपर से कूदने की धमकी भी दे रही हैं। इसके अलावा, मराठा क्रांति मोर्चा के सदस्यों ने मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे की अपील पर शहर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है।
आरक्षण मुद्दे को हल करने के लिए शिंदे सरकार को समय देना चाहिएः बावनकुले
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि मराठा आरक्षण मुद्दे को हल करने के लिए राज्य सरकार को समय दिया जाना चाहिए। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। पालघर जिले के जव्हार के दौरे के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए बावनकुले ने सभी राजनीतिक दलों से आरक्षण के मुद्दे को हल करने में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का समर्थन करने को कहा।