मुंबई में दीवाली के बाद नेवी नगर का AQI सबसे खराब, इन इलाकों में भी वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर
Mumbai दीवाली के बाद देश के विभिन्न इलाकों में वायु गुणवत्ता पर गहरा प्रभाव पड़ा है। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई भी इससे अछूती नहीं रही जहां कुल AQI में मामूली सुधार तो हुआ लेकिन कई इलाकों में स्थिति चिंताजनक बनी रही। मुंबई में छह इलाके ऐसे रहे जहां की वायु गुणवत्ता सबसे खराब रही। इधर मौसम के विपरीत ट्रेंड से लोगों को दोहरी मार पड़ रही है।
दीप्ति सिंह, मुंबई। दीवाली के बाद मुंबई के समग्र AQI में मामूली सुधार हुआ है, लेकिन शहर के कई इलाकों में खराब से बहुत खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर जारी रहा। इस दीवाली मुंबई के छह इलाके- नेवी नगर-कोलाबा, कांदिवली पश्चिम, सेवरी (बीएमसी), मलाड पश्चिम, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स और खेरवाड़ी-बांद्रा सबसे खराब AQI वाले हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के SAMEER ऐप के अनुसार, रविवार को मुंबई का समग्र AQI 157 था, जिसे 'मध्यम' बताया गया था। इसकी तुलना में, दीवाली के ठीक एक दिन बाद, शनिवार को शहर में 208 का AQI दर्ज किया गया, जिसे 'खराब' माना गया। यह 2024 में मुंबई के लिए अब तक का उच्चतम AQI रहा।
कई इलाकों में गंभीर स्थिति
हालांकि, कुछ इलाकों में अधिक गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा। कोलाबा के नेवी नगर में रविवार को शहर का सबसे खराब AQI दर्ज किया गया, जो 300 की सीमा को पार कर गया और शाम तक 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया। वहीं नेवी नगर-कोलाबा (IITM) में 317, कांदिवली पश्चिम (BMC) में 244, सेवरी (BMC) में 233, मलाड पश्चिम - 232, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (MPCB) - 211 और खेरवाड़ी-बांद्रा में 208 एक्यूआई दर्ज किया गया।(शहर के कई इलाकों में एक्यूआई बेहद खराब रहा। File Image)
बता दें कि AQI स्केल वायु गुणवत्ता को 0-50 के बीच 'अच्छा', 51-100 से 'संतोषजनक', 101-200 से 'मध्यम', 201-300 के बीच 'खराब', 301-400 से 'बहुत खराब' और 400 से ऊपर की किसी भी चीज को 'गंभीर' के रूप में रेट करता है। दीवाली के बाद वायु गुणवत्ता में इजाफा त्योहार के चलते प्रदूषण के कारण हुआ है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।रविवार शाम को खराब AQI वाले शीर्ष इलाके
- नेवी नगर-कोलाबा (IITM) - 317
- कांदिवली पश्चिम (BMC) - 244
- सिवरी (BMC) - 233
- मलाड पश्चिम - 232
- बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (MPCB) - 211
- खेरवाड़ी-बांद्रा - 208
मौसम की भी पड़ रही मार
मुंबई में मौसम के ट्रेंड में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। जहां नवंबर में आधिकारिक तौर पर सर्दियों का महीना माना जाता है, मुंबईकर गर्मी का एहसास कर रहे हैं। पहले दो दिनों में तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है। शहर के अप्रत्याशित रूप से उच्च तापमान ने निवासियों को हैरान कर दिया है। सर्दियों की शुरुआत में इस तीव्र गर्मी के कारण पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, नवंबर के पहले सप्ताह के पिछले दशक के आंकड़ों से पता चलता है कि इस अवधि के दौरान मुंबई के लिए 34 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान असामान्य नहीं है। ऐतिहासिक रिकॉर्ड बताते हैं कि पिछले वर्षों में भी इसी तरह के उच्च तापमान हुए हैं। 4 नवंबर, 2014 को, मुंबई में 37 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था, जबकि 4 नवंबर, 2018 को 37.4 डिग्री सेल्सियस का अधिकतम तापमान देखा गया था, जो मौसमी औसत से लगभग 2 डिग्री सेल्सियस अधिक था। अभी हाल ही में, 6 नवंबर, 2021 को तापमान एक बार फिर 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।मुख्य शहरों का हाल
- मुंबई: कुछ स्थानों पर PM2.5 का स्तर 50% से अधिक बढ़ गया, जिसमें सेवरी और मलाड पश्चिम में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई।
- पुणे: दीवाली के बाद पुणे के PM2.5 के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जिसमें सबसे अधिक वृद्धि हडपसर और शिवाजीनगर में देखी गई।
- नागपुर: नागपुर के राम नगर और अंबाझरी में PM2.5 के स्तर में 80% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई, जो लगातार प्रदूषण स्रोतों को दर्शाता है।