जबरन वसूली मामले में गिरफ्तार आरोपितों के पास से मिले 200 से अधिक दस्तावेज, ईडी को 100 करोड़ उगाही की आशंका
एक रियल एस्टेट कारोबारी से 164 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार कुछ व्यक्तियों के पास से 200 से अधिक फाइल और दस्तावेज मिले हैं। ये फाइल और दस्तावेज उन मामलों से संबंधित हैं जिनकी जांच ईडी द्वारा की जा रही है। पुलिस ने कहा था कि गिरफ्तार छह आरोपितों ने कारोबारी को धनराशि न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी।
पीटीआई, मुंबई। एक रियल एस्टेट कारोबारी से 164 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार कुछ व्यक्तियों के पास से 200 से अधिक फाइल और दस्तावेज मिले हैं। ये फाइल और दस्तावेज उन मामलों से संबंधित हैं, जिनकी जांच ईडी द्वारा की जा रही है। पुलिस ने पहले कहा था कि जबरन वसूली मामले में गिरफ्तार छह आरोपितों ने रियल एस्टेट कारोबारी को धनराशि न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी।
एक अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान अपराध शाखा की टीम ने पाया कि आरोपितों के पास उन मामलों से संबंधित 200 से अधिक फाइल और कागजात हैं, जिनकी जांच ईडी द्वारा की जा रही है। आरोपितों से पूछताछ के दौरान ये जानकारियां सामने आईं। एक अधिकारी के अनुसार, पुलिस को शक है कि गिरफ्तार व्यक्तियों ने व्यापारियों और बिल्डर को उनके खिलाफ ईडी की कार्रवाई की धमकी देकर 100 करोड़ रुपये से अधिक की उगाही की होगी।
महादेव सट्टेबाजी एप मामले से संबंधित कागजात भी शामिल
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के पास से मिले कागजात में महादेव सट्टेबाजी एप मामले से संबंधित कागजात भी शामिल हैं, जिसमें 30 से अधिक व्यक्तियों को आरोपित बनाया गया है। पिछले महीने बांद्रा पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 386 के तहत मामला दर्ज किया गया था। अपराध शाखा इसमें आगे की जांच कर रही है। अधिकारी ने कहा कि प्राथमिकी में ईडी के एक व्यक्ति का भी नाम है।जबरन वसूली मामले में मुख्य आरोपित भी बिल्डर
मुंबई अपराध शाखा के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि जबरन वसूली मामले में मुख्य आरोपित भी एक बिल्डर है जो कभी एक रियल एस्टेट परियोजना में शिकायतकर्ता का साझेदार था। शिकायतकर्ता के अनुसार, वह और आरोपित बिल्डर मुंबई के बांद्रा इलाके में एक पुरानी हाउसिंग सोसाइटी बिल्डिंग का संयुक्त रूप से पुनर्विकास कर रहे थे।आरोपित ने 164 करोड़ रुपये की मांग की
आरोपित का काम संतोषजनक नहीं होने के कारण सोसायटी ने शिकायतकर्ता को पूरे परिसर के विकास का अधिकार दे दिया। अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता ने बाद में आरोपित का सारा बकाया चुका दिया। पिछले महीने शिकायतकर्ता को पता चला कि आरोपित उसके खिलाफ मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) और ईडी में शिकायत दर्ज कराने जा रहा है। मामले को सुलझाने के लिए वह अपने पूर्व साझेदार से एक कैफे में मिला, जहां आरोपित ने 164 करोड़ रुपये की मांग की।
ये भी पढ़ें: Nagpur News: नागपुर की सरकारी बस में मिली संदिग्ध वस्तु, लोगों में मचा हड़कंप; मौके पर पहुंची बम स्कॉड की टीम
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।