Baba Siddique: ऑस्ट्रेलिया-तुर्की में बनी पिस्तौल से हुई बाबा सिद्दीकी की हत्या, 21 मई को उड़ी थी फायरिंग की अफवाह
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पुलिस कड़ाई से छानबीन कर रही है जिसके बाद कई खुलासे हो रहे हैं। मुंबई पुलिस ने दावा किया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या में एक ऑस्ट्रेलियाई निर्मित ग्लॉक पिस्तौल एक तुर्की पिस्तौल और एक देशी पिस्तौल थी। जांच के दौरान मुंबई पुलिस की अपराध शाखा को पता चला है कि 21 मई की शाम को उन पर फायरिंग की अफवाह उड़ाई गई थी।
मिड-डे, मुंबई। मुंबई पुलिस ने कहा कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में तीन पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था, इनमें से एक ऑस्ट्रेलियाई निर्मित ग्लॉक पिस्तौल, एक तुर्की पिस्तौल और एक देशी पिस्तौल थी। पुलिस ने तीनों हथियार बरामद कर लिए हैं।
राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जांच के दौरान मुंबई पुलिस की अपराध शाखा को पता चला है कि 21 मई की शाम को उन पर फायरिंग की अफवाह उड़ाई गई थी। अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि वह अफवाह किसने उड़ाई थी और क्या उसका अब बाबा सिद्दीकी की हत्या से कोई संबंध है।
21 मई को फायरिंग की उड़ाई थी अफवाह
21 मई को अफवाह इस तरह उड़ाई गई थी कि अधिकारियों के पास घटना की पुष्टि के लिए पत्रकारों के फोन आने लगे थे। एक अधिकारी ने बताया, सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने सिद्दीकी से बात की थी, लेकिन उन्होंने किसी भी घटना से इनकार किया था और बताया था कि वह लंदन में हैं, हालांकि वह वाट्सएप पर सक्रिय थे। फिर भी अधिकारियों ने स्थिति पर संज्ञान लिया था और यह देखने के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए थे कि कोई मिसफायरिंग या ऐसी कोई घटना तो नहीं हुई जिसकी जानकारी न मिल सकी हो। लेकिन जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला था।यह भी दावा किया जा रहा है कि सिद्दीकी ने कुछ नेताओं से धमकियां मिलने की मौखिक शिकायत की थी, जिसे कथित तौर पर राज्य के गृह मंत्रालय के अधिकारियों तक पहुंचाया गया था। लेकिन मुंबई पुलिस ने आधिकारिक तौर पर सिद्दीकी को धमकियां मिलने की किसी शिकायत से इनकार किया है। इस बीच, बाबा सिद्दीकी के पुत्र जीशान सिद्दीकी ने बुधवार शाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की।
हमलावरों की हत्या के बाद कपड़े बदलने की योजना थी
बताते हैं कि 45 मिनट की इस मुलाकात में उन्होंने पुलिस के साथ कुछ जानकारी साझा की है।जांच में पता चला है कि हमलावरों की हत्या के बाद कपड़े बदलने की योजना थी, लेकिन तीनों में से सिर्फ फरार शिवकुमार गौतम ही अपने कपड़े बदलने में सफल रहा और उसके उतारे हुए कपड़े पुलिस ने बरामद भी कर लिए हैं।आरोपितों से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि गौतम ने उत्तर प्रदेश में विवाह समारोहों के दौरान 'हर्ष फायरिंग' में गोली चलाना सीखा था। उसे मुख्य हमलावर भी इसीलिए बनाया गया था क्योंकि उसे गोली चलाना आता था। कुर्ला में किराये के एक मकान में गौतम ने दो अन्य कथित हमलावरों धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को गन चलाने का प्रशिक्षण दिया था, जहां उन्होंने बिना गोलियों के गन चलाने का अभ्यास किया था।
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