Maharashtra Politics: पटोले बोले, राहुल को निशाना बनाने वाले बताएं सावरकर को अंग्रेजों से क्यों मिलती थी पेंशन
Maharashtra Politics महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी को निशाना बनाने वालों को बताना चाहिए कि सावरकर को अंग्रेजों से पेंशन क्यों मिली। सावरकर को अंग्रेजों से 60 रुपये पेंशन मिलती थी।
By AgencyEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Sat, 19 Nov 2022 03:15 PM (IST)
बुलढाणा, एजेंसी। Maharashtra Politics: महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को निशाना बनाने वालों को बताना चाहिए कि सावरकर को अंग्रेजों से पेंशन क्यों मिली। सावरकर को अंग्रेजों से 60 रुपये पेंशन मिलती थी।
राहुल गांधी ने की थी सावरकर पर टिप्पणी
गौरतलब है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान महाराष्ट्र में सावरकर पर टिप्पणी की थी। उन्होंने दावा किया था कि सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी और डर के मारे उन्हें दया याचिका लिखी थी। राहुल गांधी की टिप्पणी पर सियासी घमासान मचा हुआ है।
कहा-ऐसी टिप्पणियों से एमवीए गठबंधन में आएगी बाधा
प्रेट्र के मुताबिक, नाना पटोले ने सावरकर और शिवसेना (Shivsena) के रुख के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए राहुल गांधी की आलोचना के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि जिन लोगों ने सावरकर पर उनकी टिप्पणियों के लिए राहुल गांधी की आलोचना की, उन्हें पहले जवाब देना चाहिए कि बाद में अंग्रेजों से 60 रुपये की पेंशन क्यों मिल रही थी। इस तरह की टिप्पणियों से एमवीए गठबंधन में बाधा आएगी। पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी एक वैचारिक बहस चाहती है और लोगों को एकजुट करना चाहती है। कांग्रेस अहिंसा में विश्वास करती है।विदर्भ में किसान कर रहे हैं आत्महत्याः जयराम रमेश
कांग्रेस के संचार और प्रचार विंग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी 19 नवंबर को 'किसान विजय दिवस' के रूप में मना रही है, क्योंकि पिछले साल इसी दिन तीन कृषि कानूनों को लागू किया गया था। विरोध के बाद यह कानून प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वापस ले लिया गया था। 19 नवंबर एक ऐतिहासिक दिन है और हम इसे किसान विजय दिवस के रूप में मना रहे हैं। किसानों के कल्याण के लिए एकमात्र दीर्घकालिक समाधान उन्नयन है। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा नहीं है, यहां किसान आत्महत्या कर रहे हैं। दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती मनाने के लिए महिला निर्वाचित प्रतिनिधि और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्य राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल हुए।
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