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धारावी पुनर्विकास परियोजना के नए घरों में 17 फीसदी एक्ट्रा एरिया मिलेगा, धारावीकरों को मिलेगा अपने सपनों का घर

धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (डीआरपीपीएल) ने घोषणा की है कि धारावी में सभी पात्र आवासीय किराएदारों को न्यूनतम 350 वर्ग फुट के स्वतंत्र फ्लैट मिलेंगे। यह पूर्व घोषित क्षेत्र से कम से कम 17 प्रतिशत अधिक होगा। यह मुंबई की सभी झुग्गी-झोपड़ियों की पुनर्विकास परियोजनाओं में सबसे अधिक है। डीआरपीपीएल अदाणी समूह और महाराष्ट्र सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम है।

By Jagran News Edited By: Abhinav AtreyUpdated: Mon, 15 Jan 2024 11:52 PM (IST)
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धारावी पुनर्विकास परियोजना के नए घरों में 17 प्रतिशत अतिरिक्त क्षेत्र मिलेगा (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, मुंबई। धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (डीआरपीपीएल) ने घोषणा की है कि धारावी में सभी पात्र आवासीय किराएदारों को न्यूनतम 350 वर्ग फुट के स्वतंत्र फ्लैट मिलेंगे। यह पूर्व घोषित क्षेत्र से कम से कम 17 प्रतिशत अधिक होगा। यह मुंबई की सभी झुग्गी-झोपड़ियों की पुनर्विकास परियोजनाओं में सबसे अधिक है।

डीआरपीपीएल अदाणी समूह और महाराष्ट्र सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम है। राज्य में झुग्गी बस्तियों के निवासियों को 269 वर्ग फुट के घर आवंटित किए जाते थे। 2018 से इसे बढ़ाकर 315 वर्ग फुट और 322 वर्ग फुट के बीच कर दिया गया था, जैसा कि शहरी गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत अनिवार्य है।

नए फ्लैट सभी धारावीकरों के लिए सपनों के घर होंगे- डीआरपीपीएल

अब पहली बार डीआरपीपीएल धारावी पुनर्विकास परियोजना के तहत 350 वर्ग फुट के घर देने का वादा कर रही है। डीआरपीपीएल के प्रवक्ता के अनुसार, ये नए फ्लैट सभी धारावीकरों के लिए उनके सपनों के घर होंगे। डीआरपीपीएल इन सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

महाविकास आघाड़ी ने अदाणी के खिलाफ मोर्चा खोला

कुछ सप्ताह पहले ही शिवसेना (उद्धव गुट) के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी ने धारावी पुनर्विकास परियोजना का विरोध करते हुए धारावी से बीकेसी स्थित अदाणी समूह के कार्यालय तक एक मोर्चा निकाला था।

डीआरपीपीएल ने कहा है कि उसका प्रयास धारावी को उसकी जीवंत और अनूठी उद्यमशील संस्कृति को बरकरार रखते हुए वाणिज्यिक और औद्योगिक परिसर के साथ ही एक विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे वाले शहर में बदलना है। जिसमें धारावी निवासियों के जीवन में सुधार, आर्थिक अवसर, भविष्य की शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण, उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं और एक गुणवत्तापूर्ण जीवनशैली विकसित करना शामिल होगा। तभी मध्य मुंबई के केंद्र में स्थित धारावी एक 'नई धारावी' के रूप में सामने आ पाएगी।

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