Move to Jagran APP

सिक्योरिटी गार्ड बनने के लिए फर्जी लाइसेंस वाले रखे हथियार, महाराष्ट्र में गिरोह का भंडाफोड़; नौ कश्मीरी गिरफ्तार

महाराष्ट्र में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो नकली लाइसेंस पर हथियार रखते थे और इसके आधार पर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे थे। इस मामले में अहिल्यानगर पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी कश्मीर के रहने वाले हैं। इनसे हथियार भी बरामद किए गए हैं। पढ़ें क्या है पूरा मामला।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sun, 17 Nov 2024 11:08 PM (IST)
Hero Image
गिरफ्तार आरोपियों के पास से नौ राइफल तथा 58 कारतूस बरामद किए गए है। (File Image)
पीटीआई, मुंबई। महाराष्ट्र के अहिल्यानगर पुलिस और सैन्य खुफिया एजेंसी तथा सेना की दक्षिणी कमान के संयुक्त अभियान में नौ कश्मीरी लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से नौ राइफल तथा 58 कारतूस बरामद किए गए है।

इस संबंध में एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि जम्मू कश्मीर के कुछ लोगों के महाराष्ट्र में सुरक्षा गार्ड के तौर पर नौकरी करने और फर्जी लाइसेंस के साथ हथियार रखने की सूचना मिलने के बाद जांच शुरू की गई। उन्होंने कहा कि जांच के तौर पर इन हथियारों के लाइसेंस का सत्यापन करने के लिए जम्मू कश्मीर में प्राधिकारियों को पत्र भेजे गए और लाइसेंस नकली होने की पुष्टि होने के बाद छापे मारे गए।

फर्जी लाइसेंस दिलाने के 50 हजार रुपये

उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग जम्मू कश्मीर के राजौरी के रहने वाले हैं, जिनकी पहचान शब्बीर मोहम्मद इकबाल हुसैन गुज्जर, मोहम्मद सलीम उर्फ सलीम गुल मोहम्मद, मोहम्मद सरफराज नजीर हुसैन, जहांगीर जाकिर हुसैन, शहबाज अहमद नजीर हुसैन, सुरजीत रमेशचंद्र सिंह, अब्दुल रशीद चिडिया, तुफेल अहमद मोहम्मद गाजिया और शेर अहमद गुलाम हुसैन के रूप में हुई है।

अधिकारी ने कहा कि शेर अहमद गुलाम हुसैन इस गिरोह का सरगना है और उसने 12 बोर की राइफल तथा उनके फर्जी लाइसेंस उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक आरोपित से 50 हजार रुपये लिए ताकि आरोपितों को सुरक्षा गार्ड के तौर पर नौकरी मिल सके। ये लोग अहिल्यानगर में श्रीगोंडा, छत्रपति संभाजीनगर, पुणे आदि में सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में शस्त्र अधिनियम के तहत तोफखाना थाने में मामला दर्ज किया गया है और गिरोह के बारे में जांच की जा रही है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।