Baba Siddique Death: 'किसी को नहीं बख्शा जाएगा', बाबा सिद्दीकी की हत्या पर बोले महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे
बीते दिनों मुंबई में बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या के बाद से लगातार माहौल गर्माया हुआ है। वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बाबा सिद्दीकी के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एएनआई, मुंबई (महाराष्ट्र)। मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के कुछ दिनों बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ऐसे अपराधों के लिए जिम्मेदार आरोपियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा और उन्हें सजा दी जाएगी।
बाबा सिद्दीकी के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा- CM शिंदे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी की निर्मल नगर स्थित उनके कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्हें सीने में दो गोलियां लगीं, जिसके बाद उन्हें आपातकालीन उपचार के लिए मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां शनिवार रात को उनकी मौत हो गई।
बाबा सिद्दीकी का अंतिम संस्कार रविवार को मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
महीनों पहले रची गई बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश
इस बीच, मुंबई पुलिस ने मंगलवार को बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश कैसे रची गई, इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश 3 महीने पहले ही शुरू हो गई थी, आरोपी कई बार बिना हथियार के बाबा सिद्दीकी के घर गए थे।
मुंबई क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार बाबा सिद्दीकी की हत्या की पूरी प्लानिंग पुणे में की गई थी। पुलिस ने बताया कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने अब तक 15 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किए हैं।
चैटिंग और कॉल के लिए सोशल मीडिया एप का इस्तेमाल
पुलिस के अनुसार सिद्दीकी हत्याकांड में गिरफ्तार चौथा आरोपी हरीश बिचौलिए का काम करता था, गिरफ्तार आरोपी प्रवीण और शुभम लोनकर (फरार आरोपी) ने गिरफ्तार शूटर गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप को 2 लाख रुपये दिए थे और यह पैसा चौथे आरोपी हरीश के जरिए पहुंचाया गया था, ऐसा मुंबई पुलिस ने खुलासा किया है।
पुलिस ने कहा, पैसे के साथ-साथ शूटरों को दो मोबाइल फोन भी मुहैया कराए गए थे। हरीश पिछले 9 सालों से पुणे में रह रहा है। जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी चैटिंग और कॉल करने के लिए सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल करता था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी शूटर गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर शूटिंग सीखी थी। मुंबई क्राइम ब्रांच ने अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और तीन आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
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