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Coronavirus: महाराष्ट्र में कुछ स्टेशनों पर 50 रुपये किया गया प्लेटफार्म टिकट

Coronavirus कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए मध्य रेलवे ने महाराष्ट्र के नागपुर और भुसावल डिवीजनों के कुछ स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफार्म टिकट 50 रुपये का कर दिया है। नागपुर स्टेशन पर भी प्लेटफार्म टिकट 50 रुपये का ही होगा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 06:52 PM (IST)Updated: Fri, 12 Mar 2021 06:52 PM (IST)
महाराष्ट्र में कुछ स्टेशनों पर 50 रुपये किया गया प्लेटफार्म टिकट। फाइल फोटो

मुंबई, प्रेट्र। Coronavirus: मध्य रेलवे ने कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए महाराष्ट्र के नागपुर और भुसावल डिवीजनों के कुछ स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफार्म टिकट 50 रुपये का कर दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि 10 मार्च को लिए गए फैसले के अनुसार, भुसावल डिवीजन के नासिक रोड, जलगांव, भुसावल, बडनेरा, मडगांव, शेगांव, अकोला, अमरावती और खांडवा स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट 50 रुपये का होगा। नागपुर स्टेशन पर भी प्लेटफार्म टिकट 50 रुपये का ही होगा। इसके अलावा नागपुर डिवीजन के बैतूल, चंद्रपुर, बल्हारशाह और वर्धा स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट 30 रुपये का कर दिया गया है। इन स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट पहले 10 रुपये का था। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने बताया कि पिछले कई वर्षो से भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तात्कालिक उपाय के रूप में इस तरह का कदम उठाया जाता रहा है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की प्रारंभिक परीक्षा 22 मार्च से पहले करा ली जाएगी। पहले यह परीक्षा 14 मार्च को होने वाली थी। लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इसकी तारीख बढ़ा दी गई। इस परीक्षा को एक बार फिर स्थगित करने का राज्य में भारी विरोध हुआ। पुणे में छात्रों ने एक सड़क को जाम कर दिया। इस पर ठाकरे ने कहा, प्रारंभिक परीक्षा 14 मार्च से आठ दिन के भीतर करा ली जाएगी। इस सिलसिले में तारीख की घोषणा शुक्रवार को की जाएगी। यह मेरा आपसे वादा है। ठाकरे ने यह भी कहा कि परीक्षा को टालने के चलते किसी छात्र को उम्र के आधार पर प्रतिबंधित नहीं किया जाएगा। पहले यह परीक्षा पिछले साल अप्रैल में ही होने वाली थी। लेकिन, कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण इसे अब तक टाला गया। परीक्षा को फिर से टालने पर गठबंधन सरकार में शिवसेना के साथ शामिल राकांपा और कांग्रेस के अलावा भाजपा ने भी नाराजगी जताई। कांग्रेस नेता और पुनर्वास मंत्री विजय वाडेट्टिवार ने कहा कि उन्हें इस फैसले की कोई जानकारी नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि सरकार विवाह की अनुमति दे सकती है, बजट सत्र का आयोजन कर सकती है और स्वास्थ्य विभाग की परीक्षा आयोजित कर सकती है तो एमपीएससी की परीक्षा को रद करना गलत है।


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