Salman Khan के घर फायरिंग मामला: पंजाब से पकड़े गए दो आरोपियों को कोर्ट ने चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
Salman Khan house Firing case सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग मामले में मुंबई की एक अदालत ने पंजाब से गिरफ्तार दो आरोपियों को 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इन आरोपियों ने शूटर्स को हथियार और कारतूस उपलब्ध कराए थे। पुलिस ने कहा कि यह पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ करने की जरूरत है कि उन्हें हथियार किसने मुहैया कराए।
एजेंसी, मुंबई। Salman Khan house Firing case बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग मामले में मुंबई की एक अदालत ने पंजाब से गिरफ्तार दो आरोपियों को 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इन आरोपियों ने शूटर्स को हथियार और कारतूस उपलब्ध कराए थे।
पुलिस ने कोर्ट को बताया गिरफ्तारी का कारण
दोनों आरोपियों के नाम सुभाष चंदर (37) और अनुज थापन (32) है, जिन्हें आज मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को दोनों को पंजाब से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने अदालत को सूचित किया कि दोनों अपराधियों का केस से बड़ा नाता है और इसी आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अहम खुलासे होंगे
पुलिस ने कहा कि यह पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ करने की जरूरत है कि उन्हें हथियार किसने मुहैया कराए और उन्हें पहले गिरफ्तार किए गए दो शूटरों को हथियार देने के लिए किसने कहा। पुलिस ने आरोप लगाया है कि चंदर और थापन 15 मार्च को शूटर सागर पाल और विक्की गुप्ता को दो देशी पिस्तौल और 38 जिंदा राउंड सौंपने के लिए पनवेल (मुंबई के पास रायगढ़ जिले में) आए थे।गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई भी है आरोपी
पुलिस ने इन चारों आरोपियों के अलावा जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को मामले में वांछित आरोपी घोषित किया है। अभियुक्तों की ओर से पेश होते हुए, वकील अजय दुबे ने कहा कि चंदर और थापन ने अन्य अभियुक्तों को हथियार उपलब्ध नहीं कराए थे या पनवेल का दौरा नहीं किया था और उनका बिश्नोई गिरोह से कोई संबंध नहीं था।
उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ सभी आरोप निराधार हैं और उन्हें मामले में झूठा फंसाया गया है।
ये है मामला
बता दें कि गुप्ता और पाल ने मोटरसाइकिल पर मौके से भागने से पहले 14 अप्रैल की सुबह बांद्रा के गैलेक्सी अपार्टमेंट में 58 वर्षीय खान के घर के बाहर कथित तौर पर गोलीबारी की। उन्हें 16 अप्रैल को गुजरात के कच्छ जिले के माता नो मध गांव से पकड़ा गया था।बाद में अपराध शाखा की टीम ने गोलीबारी में कथित तौर पर इस्तेमाल किए गए हथियारों की बरामदगी के लिए एक तलाशी अभियान के दौरान गुजरात में तापी नदी से दो पिस्तौल, मैगजीन और गोलियां बरामद कीं।
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