'एक बार फिर कराएं चुनाव,' महाराष्ट्र चुनाव में हार से बौखलाए संजय राउत ने कहा- EVM से जुड़ी 450 शिकायतें मिली...
शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने चुनाव नतीजों पर सवाल खड़े किए हैं। सांसद संजय राउत ने सोमवार को महाराष्ट्र में मतपत्रों से दोबारा चुनाव कराने की मांग की और दावा किया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में अनियमितताएं हैं। राउत ने EVM में खराबी की कई शिकायतों का आरोप लगाया और हाल ही में हुए चुनावों की अखंडता पर भी सवाल उठाया।
पीटीआई, मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का परिणाम देश के सामने आ चुका है। 288 विधासभा सीटों में 230 सीटों हासिल कर महायुति गठबंधन को बंपर जीत मिली है। दूसरी ओर महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी, एनसीपी शरद पवार) को 50 से भी कम सीटें हासिल हुई हैं। वहीं अब शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने चुनाव नतीजों पर सवाल खड़े किए हैं।
सांसद संजय राउत ने सोमवार को महाराष्ट्र में मतपत्रों से दोबारा चुनाव कराने की मांग की और दावा किया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में अनियमितताएं हैं। पत्रकारों से बात करते हुए, राउत ने EVM में खराबी की कई शिकायतों का आरोप लगाया और हाल ही में हुए चुनावों की अखंडता पर भी सवाल उठाया। राउत ने आगे कहा, इस चुनाव में EVM एक बड़ा मुद्दा रहा है। इसलिए इस बार हम कहते हैं कि ये परिणाम को रखिए और ये चुनाव एक बार मतपत्र यानी बैलट पेपर पर करा लीजिए।
'हमें ईवीएम की 450 शिकायतें मिली हैं'
सांसद संजय राउत ने आगे कहा, "हमें ईवीएम के संबंध में लगभग 450 शिकायतें मिली हैं। बार-बार आपत्तियां उठाने के बावजूद, इन मुद्दों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हम कैसे कह सकते हैं कि ये चुनाव निष्पक्ष रूप से आयोजित किए गए थे? इसलिए, मैं मांग करता हूं कि नतीजों को अलग रखा जाए और दोबारा चुनाव कराए जाएं।"संजय राउत ने ये भी कहा कि नासिक में एक उम्मीदवार को अपने परिवार से 65 वोट होने के बावजूद कथित तौर पर केवल चार वोट मिले, जबकि डोंबिवली में ईवीएम के आंकड़ों में विसंगतियां पाई गईं और चुनाव अधिकारियों ने आपत्तियों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
'ईवीएम की गड़बड़ी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता'
संजय राउत (यूबीटी) नेता ने कुछ उम्मीदवारों की भारी जीत की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाया और कहा, "डेढ़ लाख से अधिक वोट प्राप्त करने के लिए उन्होंने कौन सा क्रांतिकारी काम किया है? यहां तक कि हाल ही में दल बदलने वाले नेता भी विधायक बन गए हैं। इससे संदेह पैदा होता है। पहली बार शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता ने ईवीएम को लेकर संदेह जताया है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।''यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में भाजपा की एक और सीट बढ़ी, चांदगढ़ में एनसीपी को पटखनी देने वाला 'बाहुबली' ने दिया समर्थन
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