Maharashtra Politics: संजय राउत बोले, महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल हो गया है प्रदूषित
Maharashtra Politics शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया कि महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल प्रदूषित हो गया है यहां कई लोग एक-दूसरे को नष्ट करने पर उतारू हैं। संजय राउत ने कहा कि नौ नवंबर को जेल से बाहर आने के बाद उन्हें फिर इस बात का अहसास हुआ।
By AgencyEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Sun, 13 Nov 2022 03:18 PM (IST)
मुंबई, एजेंसी। Maharashtra Politics: शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने रविवार को दावा किया कि महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल प्रदूषित हो गया है, यहां कई लोग एक-दूसरे को नष्ट करने पर उतारू हैं। संजय राउत ने कहा कि नौ नवंबर को जेल से बाहर आने के बाद उन्हें फिर इस बात का अहसास हुआ।
ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में संजय राउत को किया था गिरफ्तार
प्रेट्र के मुताबिक, राज्यसभा सदस्य संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस साल एक अगस्त को धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था। नौ नवंबर को मुंबई की एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। रविवार को उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के मुखपत्र 'सामना' में अपना साप्ताहिक कालम रोखखोक फिर से शुरू किया, जिसके वे कार्यकारी संपादक हैं। संजय राउत ने कहा कि घृणा की भावना है। राजनेता अब उस स्थिति में पहुंच गए हैं, जहां वे नहीं चाहते कि उनके विरोधी जीवित रहें।
कहा-राजनीति अब जहरीली हो गई है
संजय राउत ने दावा किया कि महाराष्ट्र (Maharashtra) का राजनीतिक माहौल प्रदूषित हो गया है, यहां लोग एक-दूसरे को नष्ट करने पर उतारू हैं। शिवसेना नेता ने कहा कि जब मुझसे (महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता) देवेंद्र फडणवीस की टिप्पणी के बारे में पूछा गया कि राजनीति में कड़वाहट खत्म होनी चाहिए, तो मैंने जवाब दिया कि वह सच बोल रहे हैं और मीडिया ने कहना शुरू कर दिया कि मैं शांत हो गया हूं। संजय राउत ने दावा किया कि लोकतंत्र और स्वतंत्रता अब मौजूद नहीं है, ये अब केवल नाम हैं। राजनीति जहरीली हो गई है। ब्रिटिश शासन के दौरान ऐसा नहीं था। दिल्ली में आज के शासक वही सुनना चाहते हैं, जो वे चाहते हैं। जो ऐसा नहीं करते, उन्हें दुश्मन माना जाता है।चीन और पाकिस्तान दिल्ली के दुश्मन नहीं हैं
संजय राउत ने कहा कि चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) दिल्ली के दुश्मन नहीं हैं, लेकिन जो सच बोलते हैं और सीधे हैं, उन्हें दुश्मन माना जाता है और ऐसे राजनीतिक नेता देश के कद को कम करते हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार इस साल जून में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विद्रोह के बाद गिर गई थी। बाद में भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने।
यह भी पढ़ेंः संजय राउत ने मां को लिखा पत्र, कहा-महाराष्ट्र के दुश्मनों के आगे नहीं झुकेगी शिवसेना