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Maratha Reservation: मराठा आरक्षण का कैसे सुलझेगा मुद्दा? NCP अध्यक्ष शरद पवार ने दिया सुझाव

मराठा आरक्षण को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार ने अधिक समुदायों को समायोजित करने के लिए मौजूदा 50 प्रतिशत कोटा सीमा को 15-16 प्रतिशत तक बढ़ाने की मांग की है। बता दें कि 6 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को INDIA गठबंधन के सभी पार्टी प्रमुखों की एक बैठक बुलाई है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एनसीपी प्रमुख ने इसकी जानकारी दी।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Tue, 05 Sep 2023 02:11 PM (IST)
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NCP अध्यक्ष शरद पवार ने दिया सुझाव (Image: Jagran Graphic)
जलगांव, एजेंसी। मराठा आरक्षण को लेकर चल रहे विवाद के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को केंद्र से कोटा पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाने और अधिक समुदायों को समायोजित करने के लिए इसे 15-16 प्रतिशत तक बढ़ाए जाने की भी मांग की है।

6 सितंबर को होगी बैठक 

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एनसीपी प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को 'INDIA' गठबंधन के सभी पार्टी प्रमुखों की एक बैठक बुलाई है। 28 दलों के एक विपक्षी गुट का लक्ष्य अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र से मुकाबला करना है।

इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता...

जानकारी के लिए बता दें कि राज्य में सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समुदाय द्वारा विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है। इसी मुद्दे पर पवार ने कहा, 'कुछ लोग कहते हैं कि अधिक लोगों (समुदायों) को ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) कोटा का लाभार्थी बनाना (मौजूदा) ओबीसी कोटा के गरीब लोगों के साथ अन्याय है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।'

ओबीसी और अन्य समुदायों के बीच नहीं हो मतभेद

शरद पवार ने कहा कि विकल्प यह है कि केंद्र संसद में मौजूदा 50 प्रतिशत की सीमा में संशोधन करे और इसमें 15-16 प्रतिशत जोड़ दे। उन्होंने कहा कि ओबीसी और अन्य समुदायों के बीच कोई मतभेद नहीं होना चाहिए। मराठा आरक्षण के अलावा कई हिस्सों में सूखे जैसी स्थिति पर पवार ने कहा कि किसानों को आर्थिक सहायता और सभी प्रकार के राज्य शुल्कों को निलंबित करना कुछ ऐसे उपाय हैं जिन्हें सरकार की ओर से उठाए जाने की जरूरत है।

हिंसक प्रदर्शन में 40 पुलिसकर्मी हुए थे घायल

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह जालना जिले के अंतरवाली सारथी गांव में हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े थे। इस हिंसक प्रदर्शन में 40 पुलिस कर्मियों सहित 15 से अधिक राज्य परिवहन बसों को आग लगा दी गई थी।

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