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Mumbai: 20 साल से फरार छोटा शकील का शूटर जेल में मिला, कई देशों में ढूंढ़ती रही पुलिस

मकोका मामलों के विशेष न्यायाधीश ए एम पाटिल ने 1999 में बांबे अमन कमेटी के अध्यक्ष वाहिद अली खान की हत्या के आरोपित माहिर सिद्दीकी को बरी करते हुए तीन फरवरी को पारित अपने आदेश में यह टिप्पणी की।

By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Sun, 12 Feb 2023 06:53 PM (IST)
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कोर्ट ने अभियोजन पक्ष के मामले में कई विसंगतियों का हवाला दिया।
मुंबई, पीटीआई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस 20 वर्षों से फरार अंडरव‌र्ल्ड डान छोटा शकील के जिस शार्पशूटर को ढूंढती रही, वह शहर के एक जेल में बंद मिला। मुंबई पुलिस को तब कोर्ट के गुस्से का तब सामना करना पड़ा, जब उसने कोर्ट को बताया कि हत्या मामले में आरोपित 20 साल से फरार है।

जबकि, आरोपित एक अन्य मामले में पांच सालों से मुंबई की जेल में बंद है। मकोका मामलों के विशेष न्यायाधीश ए एम पाटिल ने 1999 में बांबे अमन कमेटी के अध्यक्ष वाहिद अली खान की हत्या के आरोपित माहिर सिद्दीकी को बरी करते हुए तीन फरवरी को पारित अपने आदेश में यह टिप्पणी की।

कोर्ट ने अभियोजन पक्ष के मामले में कई विसंगतियों का हवाला दिया। अभियोजन पक्ष के अनुसार, सिद्दीकी और एक सह-आरोपी ने जुलाई 1999 में मुंबई के एलटी मार्ग इलाके में खान के घर के पास उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। अपराध करने के बाद दोनों मौके से भाग गए।

मई 2019 में पुलिस ने सिद्दीकी का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले और इस तरह उसके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। जांच के दौरान पुलिस को सिद्दीकी और छोटा शकील सहित छह लोगों की संलिप्तता मिली।

कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि सिद्दीकी के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल करने के समय अभियोजन पक्ष ने दावा किया कि वह घटना की तारीख से गिरफ्तारी तक फरार था। लेकिन वह 2014 से 2019 के बीच एक अन्य मामले में विचाराधीन कैदी था। कोर्ट ने पूछा कि जब वह जेल में था तब पुलिस उसका पता लगाने में कैसे विफल रही।

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