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Shraddha Murder Case: परिजनों को पता थी आफताब की करतूत, इसलिए घर छोड़कर पूरा परिवार हुआ गायब

Shraddha Murder Case आफताब के परिवार को पुलिस की जानकारी के बिना दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया क्योंकि उन्हें बेटे की गतिविधियों का अंदाजा था। इसलिए वे पुलिस को सूचित किए बिना जल्दबाजी में चले गए। शिफ्टिंग के समय आफताब भी घर आ गया।

By AgencyEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Wed, 16 Nov 2022 05:30 PM (IST)
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श्रद्धा मर्डर केस: परिजनों को मालूम थी आफताब की करतूत, घर छोड़कर पूरा परिवार गायब। फाइल फोटो
मुंबई, एजेंसी। Shraddha Murder Case: श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपित आफताब अमीन पूनावाला का परिवार अज्ञात स्थान पर चला गया है। उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है। मानिकपुर पुलिस (पालघर) ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, आफताब का परिवार पुलिस को बिना बताए किसी अज्ञात स्थान पर शिफ्ट हो गया है।

श्रद्धा के परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि जब मानिकपुर पुलिस ने आफताब को वसई बुलाने के बाद उसका बयान लिया, तो आफताब का परिवार किसी अज्ञात स्थान पर चला गया। आफताब का परिवार भी पुलिस के संपर्क में नहीं है। श्रद्धा वालकर के परिजनों ने थाना मानिकपुर में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में आफताब को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया। आफताब ने कहा कि वह और श्रद्धा अब साथ नहीं रहते हैं। परिवार को पुलिस की जानकारी के बिना दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया, क्योंकि उन्हें बेटे की गतिविधियों का अंदाजा था। इसलिए वे पुलिस को सूचित किए बिना जल्दबाजी में चले गए। शिफ्टिंग के समय आफताब भी घर आ गया। आफताब ने घर से अपना कुछ सामान एकत्र किया। मानिकपुर पुलिस द्वारा जारी किए गए पहले समन के बाद ही परिवार शिफ्ट हुआ।

पुलिस ने आफताब से दो बार की पूछताछ

पुलिस ने तीन नवंबर को दूसरी बार आफताब को बुलाया था। मानिकपुर थाने के पुलिस अधिकारी आठ नवंबर को दिल्ली गए थे। 26 अक्टूबर को मानिकपुर पुलिस ने पहली बार आफताब का बयान लिया। हालांकि, यह मौखिक था जिसमें उसने सिर्फ झगड़े के बाद श्रद्धा के जाने की बात कही थी। तीन नवंबर को उसका लिखित बयान लिया गया था, जबकि पुलिस ने इस समन के दौरान कागजी दस्तावेज, बैंक खाते का विवरण और मोबाइल फोन की लोकेशन आरोपित के सामने पेश की थी, जिसका उसके पास कोई जवाब नहीं था।

ऐसे हुआ मामले का खुलासा

आफताब के झूठ का पर्दाफाश आफताब के उस आनलाइन ट्रांजैक्शन से हुआ, जो उसने श्रद्धा के खाते से अपने खाते से किया था। उसने पुलिस को बताया कि वह श्रद्धा के मोबाइल फोन का पासवर्ड जानता था, इसी वजह से वह 54 हजार रुपये ट्रांसफर कर सका। आफताब श्रद्धा के एटीएम और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करता था।  आफताब ने पुलिस को बताया था कि श्रद्धा 22 मई (श्रद्धा की 18 मई को हत्या कर दी गई थी) को झगड़े के बाद घर से निकली थी। हालांकि, सच्चाई तब सामने आई, जब पुलिस ने कपल के फोन काल रिकार्ड चेक किए और उनकी लोकेशन की जांच की।

आफताब ने उगला सच

बैंक के स्टेटमेंट में 26 मई को श्रद्धा के नेट बैंकिंग अकाउंट एप से आफताब के खाते में 54000 रुपये का लेन-देन दिखा। 26 मई को हुए बैंक ट्रांसफर की लोकेशन भी महरौली थाना क्षेत्र ही निकली। 31 मई को श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट से उनकी दोस्त के साथ चैट हुई थी। पुलिस ने श्रद्धा के फोन की लोकेशन पता की तो वह दिल्ली के महरौली थाना क्षेत्र की निकली। इसके बाद आफताब ने सच उगल दिया। 

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