UNSC Meet: मुंबई के जिस ताज होटल पर 2008 में हुआ था आतंकी हमला, वहीं होगी आतंक विरोधी समिति की बैठक
Mumbai News मुंबई के जिस ताज होटल को पाकिस्तान से आए आतंकियों ने अपना निशाना बनाया था उसी ताज होटल में अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंक विरोधी समिति की 29 और तीस तारीख को बैठक होने जा रही है।
By Jagran NewsEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Thu, 13 Oct 2022 10:04 PM (IST)
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Mumbai News: महाराष्ट्र में करीब 14 वर्ष पहले मुंबई के जिस ताज होटल को पाकिस्तान से आए आतंकियों ने अपना निशाना बनाया था, उसी ताज होटल में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की आतंक विरोधी समिति (CTC) की बैठक होने जा रही है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सीटीसी की बैठक 28 व 29 को होगी
आतंक विरोधी समिति (CTC के अध्यक्ष रुचिरा कांबोज के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के 15 सदस्य देशों के राजनयिकों व समिति के अन्य सदस्यों की मेजबानी इस बार भारत करेगा। यह बैठक इस माह के अंत में 28 व 29 तारीख को होने जा रही है। मुंबई में होने वाली बैठक का आयोजन कुलाबा स्थित उसी ताज होटल में होगा, जिसे 14 साल पहले आतंकियों ने निशाना बनाकर तहस-नहस कर दिया था। सीटीसी की बैठक न्यूयार्क के बाहर कम ही होती है। भारत सातवां ऐसा देश होगा, जो इस बैठक की मेजबानी करने जा रहा है। कांबोज ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बावजूद आतंकवाद का खतरा बना हुआ है। ऐसे में नई तकनीक का इस्तेमाल पर आतंकवाद के खतरे पर काबू पाना ही हम सबकी चिंता है। बैठक में इस विषय पर सभी के विचारों और अनुभवों से आगे की रणनीति बनाने में मदद मिलेगी।
पाकिस्तानी आतंकियों ने किया था भीषण हमला
26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर पाकिस्तान से जल मार्ग से आए 10 आतंकियों ने जबरदस्त हमला किया था। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन, कुलाबा स्थित होटल ताज, कामा अस्पताल, लियोपोल्ड कैफे व नरीमन हाउस पर एक साथ हमला कर आतंकियों ने 166 लोगों की जान ले ली थी और सैकड़ों लोग घायल हुए थे। मरने वालों में 18 सुरक्षाकर्मी भी थे। इनमें मुंबई के तीन जांबाज पुलिस अधिकारी एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे, एनकाउंटर स्पेशलिस्ट विजय सालस्कर व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक कामटे भी शामिल थे।कसाब को जिंदा पकड़ा गया था, दी गई थी फांसी
ताज में आतंकियों से मुठभेड़ में एनएसजी के एक जवान संदीप उन्नीकृष्णन भी मारे गए थे। चार दिन चले इस हमले में नौ पाकिस्तानी आतंकी मारे गए थे, जबकि एक आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था। भारतीय न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद कसाब को फांसी दे दी गई थी।
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