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खुलासा: कबाड़ियों ने साजिशकर्ताओं के साथ बाबा सिद्दीकी को मारा था, जून से की जा रही थी प्लानिंग

मुंबई क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया है कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को स्क्रैप डीलरों ने साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। आरोपित हरीश धर्मराज कश्यप फरार मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम राम कनौजिया और कालूराम सिंह स्क्रैप डीलर हैं। आरोपित जिसान अख्तर भी स्क्रैप डीलर है। वहीं गिरफ्तार किए गए सभी आरोपित हथियार आपूर्ति में शामिल रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Fri, 25 Oct 2024 05:45 AM (IST)
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कबाड़ियों ने साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को दिया अंजाम
मिडडे, मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच को पता चला है कि स्क्रैप डीलरों ने साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने अब तक 14 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें से कई स्क्रैप डीलर उत्तर प्रदेश के बहराइच से हैं, वहीं पुणे का स्क्रैप डीलर हरीश निसाद मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोनकर और उसके भाई प्रवीण लोनकर के संपर्क में आया। प्रवीण को गिरफ्तार किया जा चुका है।

आरोपित हरीश, धर्मराज कश्यप, फरार मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम, राम कनौजिया और कालूराम सिंह स्क्रैप डीलर हैं। आरोपित जिसान अख्तर भी स्क्रैप डीलर है। पुलिस ने कहा, प्रथम दृष्टया साक्ष्य से पता चलता है कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपित हथियार आपूर्ति में शामिल रहे हैं।

सिद्दीकी की हत्या की साजिश जून में रची गई थी

पुलिस के मुताबिक बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के एक गुट का नेतृत्व नितिन सप्रे और राम कनौजिया कर रहे थे. दूसरे का नेतृत्व जिसान अख्तर और शुभम ने किया। राम कनौजिया के नेतृत्व वाले गुट बाद में हत्या को अंजाम देने से पीछे हट गया, लेकिन आरोपितों को सहायता मुहैया कराई। इसके बाद लोनकर ने स्क्रैप डीलरों को कुछ लाख रुपये देने की पेशकश कर काम पर रखा। डीलरों को रसद के लिए लगभग चार- पांच लाख लाख का भुगतान किया गया था, सिद्दीकी की हत्या को सफलतापूर्वक अंजाम देने के बाद और अधिक पैसे देने का वादा किया गया था। सिद्दीकी की हत्या की साजिश जून में रची गई थी।

इन्होंने दिया हत्याकांड को अंजाम

साजिशकर्ताओं में नितिन गौतम सप्रे, संभाजी किशन पारबी, राम कनौजिया, प्रदीप तोंब्रे और चेतन दिलीप पारधी शामिल थे। रूपेश मोहोल, करण साल्वे और शिवम कोहाड़ भी उसी समूह का हिस्सा थे। माहोल, साल्वे और कोहाड प्रवीण लोनकर के संपर्क में थे। महोल स्थानीय गैंगस्टर शरद महोल से प्रभावित था। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि है। जब यह समूह पीछे हट गया तो जिसान अख्तर, शिवकुमार गौतम, गुरमेल सिंह, हरीश कुमार निसाद, अमित कुमार, भागवत सिंह, शुभम लोनकर और प्रवीण लोनकर ने हत्याकांड को अंजाम दिया।

शूटर को किया गया था देश से भागने के लिए पासपोर्ट देने का वादा

प्रेट्र के अनुसार पुलिस ने गुरुवार को बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के मास्टरमाइंड ने एक शूटर के लिए फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट दिलाने का वादा किया था ताकि वह विदेश भाग सके। उन्होंने शूटर गुरनैल सिंह को 50 हजार रुपये भी दिए। हमले के बाद गुरमेल सिंह और एक अन्य शूटर धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उनका साथी शिवकुमार भागने में सफल रहा।

हरियाणा के कैथल के रहने रहने वाले गुरमेल सिंह के खिलाफ 2019 में हत्या का मामला दर्ज किया गया था। हत्या को अंजाम देने के लिए शिवकुमार और धर्मराज को कथित तौर पर 1.5 से दो लाख रुपये का भुगतान किया गया था।जांच के अनुसार, उसे उस मामले में दोषी ठहराए जाने का डर था और वह देश से भागना चाहता था।

फर्जी दस्तावेज के आधार पर देश छोड़ने का था प्लान

साजिशकर्ताओं ने उसके लिए फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाकर उसे भारत छोड़ने में मदद करने का वादा किया था। वांछित आरोपित जीशान अख्तर, जो जालंधर का रहने वाला है, जुलाई में हरियाणा में था और अमित कुमार के आवास पर रुका था। अधिकारी ने कहा कि अमित कुमार अख्तर और गुरनेल सिंह के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी था।

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