Kolhapur Violence : 'इस तरह की हिंसा महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं...', कोल्हापुर पोस्टर कांड पर बोले शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोल्हापुर और कुछ अन्य स्थानों पर कथित रूप से मुगल बादशाह औरंगजेब के महिमामंडन करने वाले पोस्टरों और सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हुई हिंसा महाराष्ट्र की संस्कृति और कानून के अनुरूप नहीं है।
By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Thu, 08 Jun 2023 03:44 PM (IST)
पुणे, एजेंसी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोल्हापुर और कुछ अन्य स्थानों पर कथित रूप से मुगल बादशाह औरंगजेब और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का महिमामंडन करने वाले पोस्टरों और सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हुई हिंसा महाराष्ट्र की संस्कृति और कानून के अनुरूप नहीं है।
कोल्हापुर शहर में मंगलवार को उस वक्त तनाव फैल गया जब कुछ लोगों ने कथित तौर पर 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की तस्वीर और एक आपत्तिजनक ऑडियो संदेश को अपने सोशल मीडिया स्टेटस पर लगाया, जिसके परिणामस्वरूप दक्षिणपंथी संगठनों ने शिवाजी चौक पर विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस को पथराव और हिंसा को रोकने के लिए लाठीचार्ज (बैटन चार्ज) का सहारा लेना पड़ा, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद पश्चिमी महाराष्ट्र शहर में घटनाओं के सिलसिले में 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
महाराष्ट्र शांत राज्य के रूप में जाना जाता है- पवार
उन्होंने बारामती में पत्रकारों से कहा कि राज्य के लोगों और जिन जगहों पर ऐसी घटनाएं हुई हैं, वहां शांति बनाए रखने की जरूरत है। दो-तीन जगहों पर जो हुआ वह महाराष्ट्र की संस्कृति को नहीं दर्शाता है। महाराष्ट्र एक ऐसे राज्य के रूप में जाना जाता है जो शांति से धैर्य का प्रतीक माना जाता है, और यहां के लोग अपने कानून नहीं तोड़ते हैं।
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