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Baba Siddique Shot: 28 जिंदा कारतूस बरामद… दो आरोपियों की मुंबई कोर्ट में पेशी, पुलिस के हाथ कई सबूत!

इस मामले में दोनों आरोपियों गुरमेल सिंह और धर्मराज सिंह कश्यप को मुंबई पुलिस ने शनिवार को मुंबई की एस्प्लेनेड कोर्ट में पेश किया है। पुलिस ने आगे की जांच के लिए दोनों आरोपियों के लिए 14 दिन की पुलिस हिरासत की मांग की है। साथ ही पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 28 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sun, 13 Oct 2024 05:22 PM (IST)
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बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में दो आरोपियों की मुंबई कोर्ट में पेशी

एएनआई, मुंबई। मुंबई में शनिवार रात एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अब इस मामले में दोनों आरोपियों गुरमेल सिंह और धर्मराज सिंह कश्यप को मुंबई पुलिस ने शनिवार को मुंबई की एस्प्लेनेड कोर्ट में पेश किया है। पुलिस ने आगे की जांच के लिए दोनों आरोपियों के लिए 14 दिन की पुलिस हिरासत की मांग की है। साथ ही पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 28 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।

बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को बांद्रा के निर्मल नगर के पास गोली मार दी गई थी। बाद में गोली लगने से घायल होने के कारण शनिवार देर रात लीलावती अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

'मामले में अभी दो और आरोपी फरार हैं'

घटना के बाद, मुंबई पुलिस ने मामले के सिलसिले में दो आरोपियों हरियाणा के मूल निवासी गुरमेल सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप को पकड़ा। मुंबई पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी भी दो और आरोपी फरार हैं। पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी मुंबई में थे और सिद्दीकी पर कड़ी नजर रख रहे थे।

वहीं बाबा सिद्दीकी की मौत से महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आ गया है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार पर हमला करते हुए कहा, 'चाहे वह बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी हो या अक्षय शिंदे (बलात्कार के आरोपी) का एनकाउंटर हो।

8 महीने पहले NCP में शामिल हुए थे सिद्दीकी

इस सरकार के हर कृत्य पर संदेह जताया जा रहा है और यह अच्छी बात नहीं है। हमें यकीन नहीं है कि ये गिरफ्तार आरोपी कौन हैं। वे (महाराष्ट्र सरकार) हमारी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं, लेकिन अपराधियों पर नजर नहीं रख रहे हैं। पिछले 35 साल तक कांग्रेस से जुड़े रहने के बाद सिद्दीकी आठ महीने पहले एनसीपी में शामिल हुए थे।

इस बीच, बिहार के शेखपुरदिल में बाबा सिद्दीकी के गांव ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की।

सिद्दीकी ने बांटी थी पीपीई किट

ग्रामीणों ने कहा कि मुंबई में रहने के बावजूद सिद्दीकी अक्सर गोपालगंज आते रहते थे और अपने पिता अब्दुर रहीम ट्रस्ट के नाम पर 40 संस्थान चलाते थे। ग्रामीणों के अनुसार, सिद्दीकी ने कोविड-19 के दौरान गोपालगंज का भी दौरा किया और लोगों को सैनिटाइजर, मास्क और पीपीई किट सहित बड़ी मात्रा में राहत सामग्री बांटी।

'परिवार को नहीं हो रहा यकीन '

 वहीं सिद्दीकी के भतीजे का भी इस घटना को लेकर बयान आया है, उन्होंने  कहा कि परिवार को मौत की खबर पर यकीन नहीं हो रहा है।

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