Move to Jagran APP

लड़कों को देंगे मुफ्त शिक्षा, धारावी परियोजना करेंगे रद; उद्धव ठाकरे की पार्टी ने जारी किया घोषणा पत्र

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक 13 दिन पहले उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। उद्धव ठाकरे ने घोषणा पत्र में कई वादे किए हैं। उनका कहना है कि यह घोषणा पत्र महा विकास अघाड़ी गठबंधन के घोषणा पत्र का हिस्सा है। गठबंधन भी जल्द घोषणा पत्र जारी करेगा। 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी विधानसभा सीटों पर मतदान है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Thu, 07 Nov 2024 12:55 PM (IST)
Hero Image
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे। ( फाइल फोटो)
पीटीआई, मुंबई। उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) ने गुरुवार को अपना घोषणापत्र जारी किया। पार्टी ने लड़कों को मुफ्त शिक्षा, आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को स्थिर करने और धारावी पुनर्विकास परियोजना को रद करने का वादा किया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अधिकांश चुनावी वादे विपक्षी महाविकास अघाड़ी (MVA) के घोषणा पत्र का हिस्सा हैं लेकिन कुछ बिंदु ऐसे हैं, जिन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

लड़कियों की तर्ज पर लड़कों को मुफ्त शिक्षा

उद्धव ने कहा कि विपक्षी गठबंधन एमवीए जल्द अपना घोषणा पत्र जारी करेगा। इस गठबंधन में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी (SP) शामिल हैं। 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर एक साथ मतदान है। 23 नवंबर को मतगणना होगी। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिस तरह से महाराष्ट्र में छात्राओं को सरकारी नीति के तहत मुफ्त शिक्षा मिल रही है। अगर एमवीए सत्ता में आई तो लड़कों को भी मुफ्त शिक्षा मिलेगी।

धारावी पुनर्विकास परियोजना को करेंगे रद

उद्धव ने कहा कि धारावी पुनर्विकास परियोजना को रद कर दिया जाएगा, क्योंकि इस परियोजना का मुंबई पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और मुंबई में तेजी से हो रहे शहरीकरण को ध्यान में रखते हुए आवास नीति भी बनाई जाएगी। ठाकरे ने कहा कि अगर एमवीए सत्ता में आई तो वह कोलीवाड़ा और गौठानों के क्लस्टर विकास को रद कर देगी। यह लोगों को विश्वास में लेने के बाद किया जाएगा। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी रोजगार सृजन की दिशा में काम करेगी।

पिछले दो चुनावों में कैसा रहा प्रदर्शन

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी का मुकाबला सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन से है। महायुति में भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) शामिल है। शिवसेना ने 2014 विधानसभा चुनाव में 63 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस को 42 और एनसीपी को 41 सीटों पर सफलता मिली थी। सात सीटों पर निर्दलीय जीते थे। सबसे अधिक 122 सीटों पर भाजपा ने अपना परमच लहराया था।

2019 विधानसभा चुनाव भाजपा और शिवसेना ने एक साथ लड़ा था। भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली थी। मगर सीएम पद पर दोनों पर्टियों में सहमति नहीं बन सकी और गठबंधन टूट गया। एनसीपी के खाते में 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी।

यह भी पढ़ें: महाविकास आघाड़ी की चुनावी रैली में गाया गया सावरकर का लिखा गीत, मंच पर थे राहुल गांधी और खरगे

यह भी पढ़ें: बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में क्राइम ब्रांच ने एक और आरोपी को दबोचा, अब तक 16 गिरफ्तार

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।