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Maharashtra: उद्धव ठाकरे ने नितिन गडकरी को दी नसीहत, बोले- अगर आपका 'अपमान' किया जा रहा है तो...

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से कहा है कि अगर उनका अपमान किया जा रहा है तो वह भाजपा छोड़ दें। ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में विपक्ष आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी जीत सुनिश्चित करेगा। ठाकरे ने कहा भाजपा को पहले कश्मीरी पंडितों को वापस लाना चाहिए और फिर सीएए लागू करना चाहिए।

By Jagran News Edited By: Versha Singh Updated: Wed, 13 Mar 2024 12:25 PM (IST)
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Maharashtra:उद्धव ठाकरे ने नितिन गडकरी को दी नसीहत

पीटीआई, यवतमाल। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से कहा है कि अगर उनका "अपमान" किया जा रहा है तो वह भाजपा छोड़ दें। ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में विपक्ष आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी जीत सुनिश्चित करेगा।

मंगलवार को पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पुसाद में एक रैली में ठाकरे ने कहा कि (पूर्व कांग्रेस नेता) कृपाशंकर सिंह जैसे लोग, जिन्हें भाजपा ने एक बार (कथित भ्रष्टाचार को लेकर) निशाना बनाया था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची में शामिल थे लेकिन गडकरी का नाम गायब था।

उन्होंने कहा, मैंने यह बात दो दिन पहले ही गडकरी को बता दी थी और मैं इसे दोबारा दोहरा रहा हूं। यदि आपका अपमान किया जा रहा है, तो भाजपा छोड़ दें और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में शामिल हो जाएं। हम आपकी जीत सुनिश्चित करेंगे। हमारी सरकार आने पर हम आपको मंत्री बनाएंगे और यह शक्तियों वाला पद होगा।

विपक्षी एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (सपा) और कांग्रेस शामिल हैं।

पिछले हफ्ते, विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के लिए गडकरी को ठाकरे की पेशकश का जवाब देते हुए, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सेना (यूबीटी) प्रमुख का मजाक उड़ाया और कहा कि यह सड़क पर एक आदमी द्वारा किसी को अमेरिकी राष्ट्रपति बनाने की पेशकश करने जैसा है।

फडणवीस ने कहा था कि गडकरी भाजपा के एक प्रमुख नेता हैं, लेकिन पहली सूची में महाराष्ट्र से नाम नहीं था क्योंकि भाजपा और उसके सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा पूरी नहीं हुई थी।

इस बीच, ठाकरे ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के तहत नियमों की अधिसूचना को "चुनावी जुमला" (नारा) करार दिया।

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ने कहा, भारत (पड़ोसी देशों से) आने वाले हिंदुओं, सिखों, पारसियों और अन्य लोगों का स्वागत है, लेकिन अधिसूचना का समय संदिग्ध है क्योंकि चुनाव जल्द ही घोषित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा, अनुच्छेद 370 को हटाए हुए चार साल से अधिक समय हो गया है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में कोई चुनाव नहीं हुआ है और कश्मीरी पंडित अभी तक कश्मीर में अपने घरों को नहीं लौटे हैं।

ठाकरे ने कहा, भाजपा को पहले कश्मीरी पंडितों को वापस लाना चाहिए और फिर सीएए लागू करना चाहिए।

उन्होंने कहा, आने वाले चुनावों में एकतरफ बीजेपी है जो धर्मों के बीच दुश्मनी पैदा कर रही है और संविधान बदलना चाहती है और दूसरी तरफ इंडिया ब्लॉक है जो देशभक्तों का गठबंधन है।

ठाकरे ने कहा, यह चुनाव 'देश-भक्त' (जो अपने देश से प्यार करते हैं) और 'द्वेष भक्त' (जो नफरत का उपदेश देते हैं) के बीच होगा।

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी को अभी तक अशांत मणिपुर का दौरा करने का समय नहीं मिला है।

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