'हम PM मोदी और अमित शाह के विरुद्ध नहीं', उद्धव ने BJP की पहली लिस्ट पर उठाए सवाल; बोले- तानाशाही बनाम लोकतंत्र की लड़ाई होगा यह चुनाव
शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने बीजेपी की पहली लिस्ट पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव तानाशाही और लोकतंत्र के बीच की लड़ाई है। उन्होंने दावा किया कि यदि महाराष्ट्र में राजग के 41 उम्मीदवार नहीं चुने गए होते तो मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा 2019 के चुनावों में 300 सीट का आंकड़ा पार नहीं कर पाती।
पीटीआई, मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव तानाशाही और लोकतंत्र के बीच की लड़ाई है। मुंबई के धारावी में जनसभा को संबोधित करते हुए उद्धव ने 'अब की बार 400 पार' नारे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि भगवा पार्टी को हार का सामना करना पड़ेगा।
'हम पीएम मोदी और अमित शाह के विरुद्ध नहीं हैं'
उन्होंने कहा, 'हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के विरुद्ध नहीं हैं। हम तानाशाही प्रवृत्ति को हराने के लिए एकजुट हुए हैं। इस पीढ़ी पर देश में लोकतंत्र की रक्षा करने की ऐतिहासिक जिम्मेदारी है। 2024 का आम चुनाव तानाशाही बनाम लोकतंत्र की लड़ाई है।'
उन्होंने दावा किया कि यदि महाराष्ट्र में राजग के 41 उम्मीदवार नहीं चुने गए होते, तो मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा 2019 के चुनावों में 300 सीट का आंकड़ा पार नहीं कर पाती।
'भाजपा को हराने में अग्रणी भूमिका निभाएगा विपक्ष'
ठाकरे ने कहा, विपक्ष का नारा होगा 'अब की बार, भाजपा तड़ीपार।' महाराष्ट्र भाजपा को हराने में अग्रणी भूमिका निभाएगा। उद्धव ने सीधे तौर पर भाजपा या प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बगैर कहा, 'विपक्षी दलों को खत्म करने की राजनीति चल नहीं पाएगी और जुमला का नाम बदलकर गारंटी कर दिया जाना चाहिए।'
मनी लांड्रिंग के आरोपों का सामना कर चुके हैं कृपाशंकर सिंह
भाजपा के लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली सूची में मनी लांड्रिंग के आरोपों का सामना कर चुके कृपाशंकर सिंह का नाम शामिल होने पर आपत्ति जताते हुए उद्धव ने नितिन गडकरी जैसे वरिष्ठ नेताओं का नाम नहीं होने पर आश्चर्य जताया। यहां यह उल्लेखनीय है कि भाजपा ने महाराष्ट्र की 48 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।