22 जनवरी का राम के जीवन से क्या संबंध? भगवान पर विवादित बोल के बाद जितेंद्र आव्हाड ने प्राण प्रतिष्ठा पर उठाए सवाल
Ram Mandir Pran Pratishtha भगवान राम को लेकर विवादित टिप्पणी कर चुके एनसीपी नेता (शरद पवार गुट) जितेंद्र आव्हाड ने राम मंदिर को लेकर बयान दिया है। जितेंद्र आव्हाड ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि इस दिन का भगवान राम से क्या संबंध है। उन्होंने कहा कि क्या 22 जनवरी को रामनवमी है?
पीटीआई, नागपुर। भगवान राम को लेकर विवादित टिप्पणी कर चुके एनसीपी नेता (शरद पवार गुट) जितेंद्र आव्हाड ने राम मंदिर को लेकर बयान दिया है। जितेंद्र आव्हाड ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि इस दिन का भगवान राम से क्या संबंध है।
जितेंद्र आव्हाड ने प्राण प्रतिष्ठा पर उठाए सवाल
शरद पवार गुट के एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए भेजे जा रहे निमंत्रण सामाजिक रूप से समावेशी होने चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए चुने गए दिन (22 जनवरी) का भगवान राम के जीवन से कोई संबंध नहीं है।
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जितेंद्र आव्हाड ने नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा,
क्या 22 जनवरी को रामनवमी है? अयोध्या में मंदिर का काम अधूरा है, लेकिन अभी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है। चुनाव से पहले महंगाई, बेरोजगारी... जैसे वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है। इन मुद्दों पर बात नहीं की जा रही है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र से जातिगत पूर्वाग्रह की बू आती है।
जितेंद्र आव्हाड ने बीआर अंबेडकर का किया जिक्र
उन्होंने बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा कि डॉ. बी आर अंबेडकर ने नासिक के प्रसिद्ध कालाराम मंदिर से छुआछूत वाली जाति व्यवस्था को चुनौती दी थी। उन्होंने सवाल उठाया कि इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को क्यों नहीं बुलाया गया है?यह भी पढ़ेंः Ram Mandir: 139 साल पहले किया था बाबरी में हवन, अब राम मंदिर की खुशी में निंहग सिख लगा रहे लंगर; दो महीनों तक करेंगे सेवा
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