Maharashtra: बौद्ध भिक्षु बनकर अवैध रूप से पार किया बॉर्डर, भारत में बना जिम ट्रेनर; ऐसे चढ़ा एटीएस के हत्थे
महाराष्ट्र एटीएस को बड़ी सफलता मिली है। महाराष्ट्र एटीएस ने नागपुर में एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बांग्लादेशी नागरिक ने देश में रहने के लिए बौद्ध भिक्षु से लेकर जिम ट्रेनर तक रूप धारण किया था। बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से नागपुर में रह रहा था। अधिकारी ने कहा आरोपी ने अपने देश से फर्जी तरीके से भारतीय पासपोर्ट को हासिल किया था।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sat, 02 Sep 2023 04:44 PM (IST)
नागपुर, एजेंसी। महाराष्ट्र एटीएस को बड़ी सफलता मिली है। महाराष्ट्र एटीएस ने नागपुर में एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बांग्लादेशी नागरिक ने देश में रहने के लिए बौद्ध भिक्षु से लेकर जिम ट्रेनर तक रूप धारण किया था। बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से नागपुर में रह रहा था।
भारत में रहने के लिए बदले कई रूप
महाराष्ट्र एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी पिछले एक दशक से अवैध रूप से नागपुर में रह रहा था। अधिकारी ने बताया कि पहले वे बौद्ध भिक्षु बना बाद में उसने अपना रूप बदला और जिम ट्रेनर बन गया। इस दौरान उसने पासपोर्ट रैकेट भी चलाया। अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने अपने देश से फर्जी तरीके से भारतीय पासपोर्ट को हासिल किया था।
बौद्ध भिक्षु बनकर भारत आया था पलाश बिपन बरुवा
पुलिस ने बताया कि 40 वर्षीय आरोपी का नाम पलाश बिपन बरुवा है। महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने आरोपी के बारे में जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी बौद्ध भिक्षु बनकर भारत आया था। इसके बाद वे नागपुर पहुंचा और यहां आते ही उसने अपना रूप फिर बदला और जिम ट्रेनर बन गया।
नागपुर के टेका में पिवली नदी क्षेत्र में रह रहा था आरोपी
पुलिस ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक उत्तरी नागपुर के टेका में पिवली नदी क्षेत्र में रह रहा था। कपिल नगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि एटीएस को बरुवा के बारे में तब पता चला, जब दो बांग्लादेशी नागरिक मैत्री बरुवा और अंकोन बरुवा को हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। इस दौरान दोनों ने पलाश बिपन बरुवा के बारे में कई अहम खुलासे किए।एटीएस की नागपुर यूनिट ने किया गिरफ्तार
दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने अपना पासपोर्ट पलाश बिपन बरुवा द्वारा बनवाया था। इस दौरान उन्होंने फर्जी पहचान के आधार पर भारतीय पासपोर्ट हासिल किए। इसके बाद एटीएस की नागपुर यूनिट ने आरोपी को पकड़ने के लिए एक महीने से अधिक समय तक सीक्रेट ऑपरेशन चलाया। इस दौरान एटीएस की टीम ने पलाश बिपन बरुवा की गतिविधियों पर भी नजर रखी और उसे पकड़ने में कामयाबी हासिल की।