10वीं पास तीन जालसाजों ने पहले बनाई IT सॉल्यूशन कंपनी, फिर नागपुर के शख्स के साथ कर डाली लाखों की ठगी
पुलिस के मुताबिक तीनों ने हाल ही में समर्थ आईटी सॉल्यूशंस नाम की एक कंपनी बनाई और गूगल पर अपने संपर्क के लिए जानकारी दी। मई में नागपुर के महल इलाके में रहने वाले अतुल उइके को अपने मोबाइल पर फोनपे ऐप के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने गूगल पर कस्टमर केयर से संपर्क करके जानकारी खोजी तो समर्थ आईटी सॉल्यूशंस द्वारा लिस्टेड नंबर पाया।
पीटीआई, नागपुर। इन दिनों धोखाधड़ी के मामलों में तेजी देखी जा रही है। महाराष्ट्र के नागपुर में महज 10वीं क्लास तक की पढ़ाई करने वाले तीन युवकों ने एक आईटी सॉल्यूशन कंपनी की स्थापना की। इसके बाद तीनों ने नागपुर के रहने वाले शख्स से ऑनलाइन धोखाधड़ी कर पांच लाख रुपये ठग लिए।
नागपुर साइबर पुलिस के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में पालघर के विरार निवासी 32 साल का अतुल इंद्रपति सिंह, नालासोपारा निवासी 26 साल का नीरज शामकुमार चौबे और दहिसर निवासी 23 का विकास मेघलाल साव शामिल है।
अतुल उइके के 'फोनपे ऐप' में आई खराबी
पुलिस के मुताबिक, तीनों ने हाल ही में समर्थ आईटी सॉल्यूशंस नाम की एक कंपनी बनाई और गूगल पर अपने संपर्क के लिए जानकारी दी। मई में, नागपुर के महल इलाके में रहने वाले अतुल उइके को अपने मोबाइल पर 'फोनपे ऐप' के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने गूगल पर कस्टमर केयर से संपर्क करके जानकारी खोजी तो समर्थ आईटी सॉल्यूशंस द्वारा लिस्टेड नंबर पाया।
अतुल उइके ने जालसाजों से वीडियो कॉल की
पुलिस ने बताया कि दिए गए निर्देशों के मुताबिक अतुल उइके ने वीडियो कॉल की, जिसके दौरान जालसाजों ने उनकी सेटिंग्स में हेरफेर किया और वादा किया कि रात तक ऐप काम करना शुरू कर देगा।
जालसाजों ने पांच लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि अगले दो दिनों में अतुल के बैंक खाते से 1.49 लाख रुपये, 1.99 लाख रुपये और 1.49 लाख रुपये के तीन लेन-देन में कुल पांच लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए, जिसके बाद उइके ने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया गया।
ये भी पढ़ें: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर शरद पवार का बड़ा दांव! कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन को लेकर कर दिया खुलासा