बाबा सिद्दीकी के बाद अब पुणे का नेता भी बिश्नोई गिरोह के निशाने पर, मुंबई पुलिस ने किया अलर्ट
राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की पृष्ठभूमि में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने बताया है कि पुणे का एक अन्य नेता लारेंस बिश्नोई गिरोह के निशाने पर था। यह गिरोह नेता को खत्म करने की साजिश रच रहा था और अपने शूटरों को अपराध को अंजाम देन की जिम्मेदारी दी थी। अपराध शाखा ने नेता का नाम उजागर नहीं किया है।
एएनआइस,मुंबई। राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की पृष्ठभूमि में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने बताया है कि पुणे का एक अन्य नेता लारेंस बिश्नोई गिरोह के निशाने पर था। यह गिरोह नेता को खत्म करने की साजिश रच रहा था और अपने शूटरों को अपराध को अंजाम देन की जिम्मेदारी दी थी।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच में पता चला है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पुणे का एक बड़ा नेता भी बिश्नोई गिरोह के निशाने पर था।
अधिकारी के अनुसार, यह मामला तब प्रकाश में आया जब अपराध शाखा ने एक पिस्तौल बरामद की, जिसका इस्तेमाल अपराध को अंजाम देने के लिए किया जाना था। अपराध शाखा ने नेता का नाम उजागर नहीं किया है। बिश्नोई गैंग की साजिश का पता चलने के बाद अपराध शाखा ने पुणे पुलिस के साथ इसकी जानकारी साझा की।
नागपुर में दो कार से 8.16 लाख रुपये जब्त
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस द्वारा की जा रही निगरानी के कारण नागपुर जिले के सावनेर विधानसभा क्षेत्र में दो कारों से 8.16 लाख रुपये की नकदी जब्त की गई। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह कार्रवाई स्टेटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) ने शुक्रवार को की।
पुलिस ने कहा कि दो कारों से क्रमश: तीन लाख और 5.16 लाख रुपये की नकदी मिली। नकदी कहां से आई, इसे जानने के लिए कार के चालकों से पूछताछ की जा रही है। इस बारे में चुनाव आयोग के अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।
ठाणे में तीन लोगों ने मिलकर डॉक्टर से की 3 करोड़ से ज्यादा की ठगी
ठाणे के एक डॉक्टर से तीन लोगों ने 3.84 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की, जिन्होंने उन्हें चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति के लिए एक नागरिक अनुबंध से लाभ का वादा किया था, एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। ये तीन निवासी कर्नाटक के बताए जा रहे हैंं।
नौपाड़ा पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों ने 39 वर्षीय पीड़िता से इस साल 1 दिसंबर, 2020 से 27 मार्च के बीच अनुबंध से जुड़ी विभिन्न मदों में इस राशि का निवेश करवाया। उन्होंने कहा, "मुनाफा या निवेश पर कोई रिटर्न नहीं मिलने पर व्यक्ति ने पुलिस से संपर्क किया। हमने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।
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