वीर सावरकर मानहानि मामले में राहुल गांधी को पुणे कोर्ट में हाजिर होने का आदेश, लंदन में दिया था अपमानजनक बयान
वीर सावरकर मानहानि मामले में पुणे की सत्र न्यायालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 19 अगस्त को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने मार्च 2023 में लंदन में वीर सावरकर के बारे में अपमानजनक बयान दिया था। सावरकर के पौत्र सात्यकी सावरकर ने कांग्रेस नेता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया है।
पीटीआई, पुणे। वीर सावरकर मानहानि मामले में पुणे की सत्र न्यायालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 19 अगस्त को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। इस मामले की जांच पुणे की विश्रामबाग पुलिस कर रही है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने मार्च 2023 में लंदन में वीर सावरकर के बारे में अपमानजनक बयान दिया था।
शिकायत के अनुसार, अपने बयान में राहुल ने कहा था कि वीर सवारकर ने अपनी किताब में लिखा है कि उन्होंने और उनके पांच-छह दोस्तों ने एक बार एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की थी और सावरकर को खुशी महसूस हुई थी।
सात्यकी ने राहुल गांधी के आरोप को झूठा बताया था
वीर सावरकर के पौत्र सात्यकी सावरकर ने अपनी शिकायत में कहा था कि ऐसी कोई घटना कभी नहीं हुई थी और वीर सावरकर ने कभी भी ऐसी कोई बात कहीं नहीं लिखी थी। सात्यकी ने राहुल गांधी के आरोप को काल्पनिक, झूठा और दुर्भावनापूर्ण बताया था। इसी बयान के खिलाफ सात्यकी सावरकर ने पुणे सत्र न्यायालय में मानहानि का मामला दाखिल किया था।कोर्ट ने विश्रामबाग पुलिस को धारा 204 के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। इस मामले में गुरुवार को सत्र न्यायालय में सुनवाई हुई और कोर्ट ने राहुल गांधी को उपस्थित होने का आदेश जारी किया। अब देखना होगा कि कोर्ट के आदेश के बाद राहुल गांधी खुद पेश होते हैं या वकील के जरिए पैरवी करते हैं।
कांग्रेस ने लोगों के सामने देश के लिए नया विजन रखा : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने नैरेटिव को नियंत्रित किया और देश के लिए नया विजन लोगों के सामने रखा। उन्होंने भरोसा जताया कि अगली सरकार विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए की ही बनेगी। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे मतदान केंद्रों और स्ट्रांग रूम पर आखिरी क्षण तक नजर रखें।लोकसभा चुनाव में प्रचार अभियान के अंत में लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिए संदेश में राहुल ने कहा, ''हम लोगों से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर चुनाव लड़ने में सफल रहे और प्रधानमंत्री के बार-बार गुमराह करने के प्रयासों के बावजूद हमने किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं और वंचितों की आवाज उठाई।''उन्होंने हिंदी में अपने वीडियो संदेश में कहा, ''मैं देश की महान जनता के सामने नतमस्तक हूं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि आइएनडीआइए की सरकार बनने जा रही है।''
कांग्रेस नेता ने कहा, 'बुद्धिजीवियों और विचारकों ने मेरे और प्रधानमंत्री के बीच बहस की मांग की थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। अब बहस संभव नहीं है क्योंकि प्रधानमंत्री मौन व्रत पर चले गए हैं।'उन्होंने विपक्षी गठबंधन के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया जो देश के संविधान और संस्थाओं को बचाने के लिए बिना झुके डटे रहे। राहुल ने कहा, ''हमने साथ मिलकर क्रांतिकारी गारंटियां दीं जो वैकल्पिक विजन के रूप में देश के हर वर्ग के जीवन को बदल देंगी और हमने देश के हर कोने तक अपना संदेश पहुंचाया।'
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।