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Stock Market: इस हफ्ते किन वजहों से प्रभावित हो सकता है भारत का शेयर बाजार, विश्लेषकों ने गिनाए फैक्‍टर

इस हफ्ते कारोबारी दिन अपेक्षाकृत कम हैं फ‍िर भी भारतीय शेयर बाजार का रुख बेहद मायने रखेगा। इस हफ्ते शेयर बाजारों की दिशा किन कारकों पर निर्भर करेगी विश्‍लेष्‍कों की राय जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट ...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Sun, 28 Aug 2022 11:53 AM (IST)
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इस हफ्ते शेयर बाजारों की दिशा वैश्विक बाजारों के उतार-चढ़ाव पर भी निर्भर करेगी।
नई दिल्‍ली, एजेंसी। इस हफ्ते शेयर बाजारों की दिशा वैश्विक बाजारों के उतार-चढ़ाव, मैक्रोइकॉनामिक आंकड़ों और विदेशी फंड के रुझान से तय होगी। विश्लेषकों का कहना है कि फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल के शुक्रवार को होने वाले संबोधन के बाद बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। सनद रहे पावेल पहले ही अत्यधिक सख्त रुख का संकेत दे चुके हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक नजरें वैश्विक बाजारों खास तौर पर अमेरिकी बाजार के प्रदर्शन पर भी रहेगी।

दरअसल, मौजूदा वक्‍त में अमेरिकी केंद्रीय बैंक चार दशक में सबसे उच्चस्तर पर पहुंच चुकी महंगाई को काबू करने पर जोर दे रहा है। इसको लेकर जेरोम पावेल पहले ही कह चुके हैं कि आगामी महीनों में फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में और बड़ी बढ़ोतरी की जा सकती है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजय कुमार का कहना है कि मौद्रिक रुख उम्मीद से अधिक समय तक सख्त रखने की आशंका को लेकर कारोबारियों में चिंता का माहौल है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि अमेरिकी बाजारों में तीन फीसद से अधिक की गिरावट आई है। शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट भी बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। जैक्सन होल संगोष्ठी में जेरोम पावेल का बयान स्‍पष्‍ट संकेत देता है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक महंगाई को काबू करने पर फोकस कर रहा है। इसको लेकर जारी आशंकाओं के चलते भारतीय बाजारों की प्रतिक्रिया भी नकारात्मक रह सकती है।

विश्लेषकों का कहना है कि बुधवार को गणेश चतुर्थी पर अवकाश है। इसका असर भी बाजार पर पड़ना लाजमी है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा कहते हैं कि इस हफ्ते वैश्विक बाजारों के रुख का असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिलेगा। इसके अलावा भारत के जीडीपी और वाहनों की बिक्री के आंकड़े भी काफी अहमियत रखेंगे।

विश्लेषकों ने कहा कि डॉलर सूचकांक, कच्चे तेल की कीमतों और अमेरिका में बॉन्ड के नतीजों पर भी बाजार की स्थिति निर्भर करेगी। गुरुवार को खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े आएंगे। इससे भी बाजार का रुख प्रभावित होगा। रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा कहते हैं कि यह हफ्ता कम कारोबारी सत्रों वाला होगा, इसलिए नजरें वाहन बिक्री के आंकड़ों पर भी रहेगी। विदेशी निवेशकों के रुख, रुपये डॉलर के उतार चढ़ाव से भी बाजार का रुख प्रभावित होगा।