शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 644 अंक उछला, निफ्टी 15,500 के करीब पहुंचा; IndusInd Bank और HUL में तेजी
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में इंडसइंड बैंक हिंदुस्तान यूनिलीवर भारती एयरटेल रिलायंस इंडस्ट्रीज अल्ट्राटेक सीमेंट डॉ. रेड्डीज लैब आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के स्टॉक्स में सबसे अधिक तेजी देखी गई। दूसरी तरफ टेक महिंद्रा एशियन पेंट्स और मारुति सुजुकी के शेयरों में गिरावट देखी गई
By Manish MishraEdited By: Updated: Fri, 24 Jun 2022 11:27 AM (IST)
मुंबई, पीटीआइ। शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार बढ़त के साथ खुले। वैश्विक बाजारों से मिल रहे मजबूत संकेतों से शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स में 644 अंकों की तेजी दर्ज की गई। बीएसई का सेंसेक्स 644.15 अंकों की तेजी के साथ 52,909.87 अंकों पर कारोबार कर रहा था। एनएसई के निफ्टी में भी 192.6 अंकों को बढ़ोतरी देखी गई और यह 15,749.25 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, डॉ. रेड्डीज लैब, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के स्टॉक्स में सबसे अधिक तेजी देखी गई। दूसरी तरफ, टेक महिंद्रा, एशियन पेंट्स और मारुति सुजुकी के शेयरों में गिरावट देखी गई।
एशियाई बाजारों की बात करें तो टोक्यो, सियोल, हांग कांग और शंघाई के शेयर बाजारों में बढ़त के साथ कारोबार चल रहा था। गुरुवार को अमेरिकी बाजार भी उछाल के साथ बंद हुआ था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क क्रूड ऑयल की कीमतों में 0.17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह 109.86 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार करता देखा गया।
P-Notes के जरिये मई में निवेश घटकर 86,706 करोड़ रुपये पर
भारतीय पूंजी बाजार में पार्टिसिपेटरी नोट (P-Notes) के जरिये निवेश मई, 2022 में मासिक आधार पर घटकर 86,706 करोड़ रुपये रह गया। विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशक आने वाली एक-दो तिमाहियों में अपने बिकवाली के रुख को बदलते हुए शेयरों की एक बार फिर से खरीद शुरू करेंगे। पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की तफ से पी-नोट उन विदेशी निवेशकों को जारी किए जाते हैं, जो भारतीय शेयर बाजार में बिना पंजीकरण के निवेश करना चाहते हैं।
बाजार नियामक सेबी के आंकड़ों के अनुसार, घरेलू बाजारों में पी-नोट के जरिये निवेश का मूल्य मई, 2022 के अंत में 86,706 करोड़ रुपये रह गया, जो अप्रैल में 90,580 करोड़ रुपये था। वहीं, मार्च 2022 में यह 87,979 करोड़ रुपये जबकि फरवरी और जनवरी में क्रमश: 89,143 और 87,989 करोड़ रुपये था। आंकड़ों के अनुसार, मई में 86,706 करोड़ रुपये के कुल पी-नोट निवेश में से 77,402 करोड़ रुपये का निवेश शेयरों में किया गया जबकि 9,209 करोड़ रुपये बांड एवं 101 करोड़ रुपये 'हाइब्रिड' प्रतिभूतियों में लगाए गए थे। अप्रैल के अंत में 81,571 करोड़ रुपये का निवेश शेयरों और 8,889 करोड़ रुपये निवेश बांड में किया गया था।