Share Market: कारोबारी हफ्ते के पहले दिन ही बाजार में दिखी तेजी, सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान पर हुए बंद
Share Market Close कारोबारी हफ्ते के पहले दिन बाजार में दिखी तेजी। दोनों सूचकांक हरे निशान पर कारोबार कर रहे थे। आज बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज टॉप गेनर्स रहे। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दामों में बढ़त देखने को मिल रही है। आइए जानते हैं कि आज भारतीय बाजार के साथ ही वैश्विक बाजार के क्या हाल है? (जागरण फाइल फोटो)
By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Mon, 10 Jul 2023 04:24 PM (IST)
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: कारोबारी हफ्ते के पहले बेंचमार्क स्टॉक इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी सोमवार को उच्च स्तर पर बंद हुए। आज सबसे ज्यादा रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में तेजी देखने को मिली है। इस हफ्ते के अंत में कई कंपनी इस साल के पहले तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगे। इस से पहले ही आईटी काउंटरों में सुधार ने बाजार की तेजी पर लगाम लगा दी।
शुक्रवार सत्र में दोनों सूचकांक में गिरावट देखने को मिली थी। इसके बाद आज 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 63.72 अंक या 0.10 प्रतिशत की बढ़त के साथ 65,344.17 पर बंद हुआ। दिन के दौरान यह 353.04 अंक या 0.54 प्रतिशत चढ़कर 65,633.49 पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 24.10 अंक या 0.12 प्रतिशत बढ़कर 19,355.90 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के टॉप गेनर और लूजर
आज रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 3.78 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। इसके बाद टाटा स्टील, भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा मोटर्स के शेयर टॉप गेनर रहे। इसके अलावा, टाइटन, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, पावर ग्रिड, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एक्सिस बैंक और नेस्ले के शेयर टॉप लूजर रहे।वैश्विक बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में, शंघाई और हांगकांग हरे निशान में बंद हुए जबकि सियोल और टोक्यो निचले स्तर पर बंद हुए। यूरोप में इक्विटी बाज़ार सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।वैश्विक बाजार में बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.80 प्रतिशत गिरकर 77.84 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने अपनी खरीदारी गतिविधि जारी रखी और शुक्रवार को उन्होंने 790.40 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा,
अमेरिकी बाजारों से संकेत प्रतिकूल की संभावना हैं। भविष्य में अमेरिकी सीपीआई मुद्रास्फीति डेटा के तेजी से गिरावट की उम्मीदों के बावजूद एक और दर बढ़ोतरी की चिंता बनी हुई है।