2 अगस्त को शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखने को मिली है। दोनों सूचकांक अपने निचले स्तर पर बंद हुए। बाजार में आई गिरावट से निवेशकों को काफी नुकसान हुआ है। आज सेंसेक्स 800 और निफ्टी 200 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ है। सभी सेक्टर इंडेक्स भी लाल निशान पर बंद हुआ। डॉलर के मुकाबले रुपया सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन शेयर बाजार में बिकवाली भरा कारोबार देखने को मिला। आज दोनों सूचकांक भारी गिरावट के साथ बंद हुए है। बाजार में आई गिरावट की वजह से निवेशकों को कई लाख करोड़ रुपये के नुकसान का सामना करना पड़ा है।
आज बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप की भी लाल निशान पर बंद हुआ है। सभी सेक्टर के इंडेक्स भी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। हालांकि, बीच कारोबार में मार्केट रिकवरी मोड में कारोबार कर रहा था। लेकिन, फिर भी दोनों सूचकांक 1 फीसदी से ज्यादा गिरकर बंद हुए।
सेंसेक्स 885.60 अंक या 1.08 फीसदी की गिरावट के साथ 80,981.95 अंक पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी भी 293.20 अंक या 1.17 फीसदी टूटकर 24,717.70 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में व्यापक आधार पर बिकवाली देखी गई। Q1FY25 की कमाई अब तक कमजोर रही है, जबकि व्यापक बाजार मूल्यांकन काफी ऊंचा बना हुआ है। इस बीच, यूएस फेड द्वारा सितंबर में दर में कटौती का संकेत देने के बावजूद, वैश्विक बाजार मजबूत हो रहे हैं। इसके अलावा अमेरिकी आईटी क्षेत्र से कमजोर आय बेरोजगारी में संभावित वृद्धि दरों में और बढ़ोतरी की संभावना है। बीओजे और चीन की वृद्धि में मंदी सभी बाजार की धारणा को कमजोर कर रहे हैं।
विनोद नायर, अनुसंधान प्रमुख, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज
टॉप गेनर और लूजर स्टॉक
सेंसेक्स में मारुति सुजुकी इंडिया, टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और इंफोसिस के शेयर टॉप लूजर रहे, जबकि एचडीएफसी बैंक, सन फार्मास्यूटिकल्स, कोटक महिंद्रा बैंक, नेस्ले इंडिया और एशियन पेंट्स के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
ग्लोबल मार्केट का हाल
गुरुवार को मध्य सत्र के सौदों में यूरोपीय बाजार निचले भाव पर थे। एशियाई बाजारों में, टोक्यो, शंघाई, हांगकांग और सियोल गुरुवार को गिरावट के साथ बंद हुए। अमेरिकी शेयर बाजार भी गुरुवार को नकारात्मक दायरे में बंद हुआ।विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को पूंजी बाजार में 2,089.28 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.77 प्रतिशत बढ़कर 80.13 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
रुपये में गिरावट
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में भारतीय करेंसी 83.74 पर खुली और सत्र के दौरान डॉलर के मुकाबले 83.72 और 83.76 के संकीर्ण दायरे में कारोबार किया।अंततः डॉलर के मुकाबले रुपया 83.75 (अनंतिम) पर बंद हुई, जो पिछले बंद स्तर से 2 पैसे की हानि दर्ज करती है। गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे टूटकर 83.73 पर बंद हुआ।