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Share Market Today: HDFC बैंक की तेजी पर विदेशी निवेशकों की बिकवाली भारी, लाल निशान में बंद हुए सेंसेक्स-निफ्टी

भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी है। वहीं कोटक महिंद्रा बैंक के खराब नतीजों ने माहौल और भी खराब कर दिया। इसके चलते सेंसेक्स और निफ्टी ने अपनी शुरुआती बढ़त गंवा दी। आखिर में दोनों प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। हालांकि एशिया के ज्यादातर मार्केट में तेजी देखने को मिली। आइए जानते हैं पूरे शेयर बाजार का लेखाजोखा।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Mon, 21 Oct 2024 07:54 PM (IST)
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सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से कोटक महिंद्रा बैंक में चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी शुरुआती तेजी को बरकरार नहीं रख पाए और गिरावट के साथ बंद हुए। विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी के बीच कोटक महिंद्रा बैंक में तेज गिरावट से बाजार नुकसान में रहा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 73.48 अंक की गिरावट के साथ 81,151.27 अंक पर बंद हुआ।

शुरुआती कारोबार में यह 545 अंक चढ़ गया था लेकिन बाद में बिकवाली दबाव से नीचे आया और एक समय नीचे में 80,811.23 अंक तक आ गया। सूचकांक में ऊंचे और निचले स्तर के बीच 958.79 अंक की घट-बढ़ हुई। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 72.95 अंक की गिरावट के साथ 24,781.10 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से कोटक महिंद्रा बैंक में चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। बैंक का तिमाही परिणाम निवेशकों की उम्मीदों के अनुरूप नहीं होने से इसका शेयर नीचे आ गया। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, अदाणी पो‌र्ट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर और जेएसडब्ल्यू स्टील में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही।

दूसरी तरफ, एचडीएफसी बैंक करीब तीन प्रतिशत चढ़ा। बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में छह प्रतिशत बढ़कर 17,825.91 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इससे बैंक के शेयर में तेजी रही। लाभ में रहने वाले अन्य शेयरों में एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, मारुति और टेक महिंद्रा शामिल हैं।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'घरेलू बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया। इस बीच, कंपनियों के कमजोर वित्तीय परिणाम और मूल्यांकन संबंधी चिंताओं के कारण एफआईआई ने चीन में अपनी रणनीतिक खरीदारी जारी रखी, जबकि भारत में बिकवाली की।' उन्होंने कहा, ''कंपनियों के दूसरी तिमाही के परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे हैं। इसका बाजार पर असर दिख रहा है।'

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 5,485.70 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 5,214.83 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह सिलसिला आज भी जारी रहेगा। एक्सपर्ट का मानना है कि जब तक एफआईआई की बिकवाली बंद नहीं होगी, तब तक भारतीय बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1 प्रतिशत से ज्यादा बढ़कर 73.98 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

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