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भारतीय शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव जारी, चीन के Shanghai Index में 5 फीसदी का तगड़ा उछाल

पिछले छह कारोबारी सत्रों के दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में 50011 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं डीआईआई ने 53203 करोड़ रुपये की खरीद की। इससे पता चलता है कि विदेशी निवेशक भारत में बेचो चीन में खरीदो की रणनीति अपना रहे हैं। भारत में ऊंचे मूल्यांकन और चीनी शेयरों के सस्ते मूल्यांकन ने एफपीआई की रणनीति में यह बदलाव किया है।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Tue, 08 Oct 2024 10:47 AM (IST)
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सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 8,293.41 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय शेयर मार्केट में मंगलवार को भी उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी शुरुआत में बढ़त के साथ खुले। लेकिन, फिर लाल निशान में पहुंच गए। हालांकि, फिर इनमें अच्छी रिकवरी दिखी और ये फिर से हरे निशान में पहुंच गए।

30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 128.88 अंक चढ़कर 81,178.88 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 43.35 अंक चढ़कर 24,839.10 पर पहुंच गया। बाद में, दोनों बेंचमार्क सूचकांकों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला और वे मामूली बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।

सेंसेक्स पैक में अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, एनटीपीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और लार्सन एंड ट्रुबो प्रमुख लाभ में रहे। टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज पिछड़ने वालों में शामिल रहे।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, "मध्य पूर्व में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, बड़े पैमाने पर एफपीआई की बिकवाली और सोमवार को आने वाले चुनाव परिणामों को लेकर चिंताओं के कारण बाजार कमजोर हुआ है।"

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 8,293.41 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 13,245.12 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

विजयकुमार ने कहा कि पिछले छह कारोबारी सत्रों के दौरान 50,011 करोड़ रुपये की शुद्ध एफपीआई बिकवाली की भरपाई डीआईआई द्वारा 53,203 करोड़ रुपये की खरीद से हुई है। उन्होंने कहा कि यह दिखाने के लिए पर्याप्त संकेतक हैं कि एफपीआई 'भारत में बेचो, चीन में खरीदो' की रणनीति अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में ऊंचे मूल्यांकन और चीनी शेयरों के सस्ते मूल्यांकन ने एफपीआई की रणनीति में यह बदलाव किया है।

एशियाई बाजारों में टोक्यो, हांगकांग, सियोल में गिरावट दर्ज की गई, जबकि शंघाई में बढ़त दर्ज की गई। सोमवार को अमेरिकी बाजार नकारात्मक दायरे में बंद हुए।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.42 प्रतिशत गिरकर 79.78 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। सोमवार को ब्रेंट क्रूड 80 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया - अगस्त के बाद से इसका उच्चतम मूल्य। सोमवार को लगातार छठे सत्र में गिरावट जारी रखते हुए बीएसई सेंसेक्स 638.45 अंक या 0.78 प्रतिशत गिरकर 81,050 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 218.85 अंक या 0.87 प्रतिशत गिरकर 24,795.75 पर बंद हुआ।

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