नए ऑल टाइम हाई पर पहुंचा निफ्टी; सेंसेक्स में गिरावट, 80 हजार के नीचे आया
30 शेयरों वाले सेंसेक्स पैक में भारतीय स्टेट बैंक रिलायंस इंडस्ट्रीज हिंदुस्तान यूनिलीवर एनटीपीसी लार्सन एंड टुब्रो नेस्ले इंडिया पावर ग्रिड आईटीसी जेएसडब्ल्यू स्टील और सन फार्मास्युटिकल्स प्रमुख लाभ में रहे। दूसरी ओर एचडीएफसी बैंक टाइटन महिंद्रा एंड महिंद्रा इंडसइंड बैंक अल्ट्राटेक सीमेंट टाटा मोटर्स एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एशियन पेंट्स में गिरावट आई। बड़े बैंकों ने जून तिमाही में डिपॉजिट ग्रोथ में गिरावट दर्ज की जिससे चिंता बढ़ गई।
पीटीआई, नई दिल्ली। एनएसई बेंचमार्क निफ्टी शुक्रवार को लगातार तीसरे सत्र में सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जबकि बीएसई सेंसेक्स रिकॉर्ड स्तर से फिसलकर 80 हजार के नीचे आ गया। एनएसई निफ्टी 21.70 अंक या 0.09 प्रतिशत बढ़कर 24,323.85 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। वहीं, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 53.07 अंक या 0.07 प्रतिशत गिरकर 79,996.60 पर बंद हुआ।
किसे नफा, किसे नुकसान
30 शेयरों वाले सेंसेक्स पैक में भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, लार्सन एंड टुब्रो, नेस्ले इंडिया, पावर ग्रिड, आईटीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील और सन फार्मास्युटिकल्स प्रमुख लाभ में रहे। दूसरी ओर, एचडीएफसी बैंक, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एशियन पेंट्स में गिरावट आई।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "घरेलू बाजार में मिले-जुले रुझान के साथ कारोबार हुआ, जिसमें बैंकिंग क्षेत्र का दबदबा रहा। देश के बड़े बैंकों ने जून तिमाही में डिपॉजिट ग्रोथ में सिलसिलेवार गिरावट दर्ज की, जिससे चिंता और बढ़ गई। मिडकैप और स्मॉल कैप ने बेहतर प्रदर्शन किया और संबंधित बीएसई सूचकांकों ने अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए।"
विदेशी बाजारों का हाल
अगर विदेशी बाजारों की बात करें, तो एशियाई बाजार मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए। वहीं, गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अमेरिकी बाजार बंद रहे। गुरुवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 80,392.64 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। बाद में 62.87 अंक या 0.08 प्रतिशत बढ़कर 80,049.67 पर बंद हुआ था, जो इसका अब तक का उच्चतम स्तर है।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार थे। उन्होंने एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार 2,575.85 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इससे पहले विदेशी निवेशकों का जोर बिकवाली पर था। खासकर, लोकसभा चुनाव और उसके नतीजे आने के बाद। हालांकि, अब यह ट्रेंड बदल रहा है।