Share Market Today: सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट, दो दिन की तेजी का टूटा सिलसिला
एशियाई बाजारों में सियोल शंघाई और हांगकांग बढ़त के साथ बंद हुए जबकि टोक्यो कमजोर रहा। यूरोपीय बाजार सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे। बुधवार को वॉल स्ट्रीट भारी बढ़त के साथ बंद हुआ था। अमेरिका के तीनों प्रमुख सूचकांकों में जबरदस्त उछाल दिखा। डाउ जोंस तो 1500 यानी 3.57 फीसदी उछाल के साथ 43729.93 अंकों पर बंद हुआ।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में बुधवार की जोरदार तेजी के बाद आज भारी गिरावट आई। बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी दोनों 1-1 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ बंद हुए। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर से जुड़े फैसले से पहले निवेशकों ने एहतियात बरत रहे हैं। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने भी मार्केट सेंटिमेंट को प्रभावित किया।
बीएसई सेंसेक्स 836.34 अंक यानी 1.04 फीसदी गिरकर 79,541.79 पर बंद हुआ। दिन के दौरान यह 958.79 अंक या 1.19 फीसदी गिरकर 79,419.34 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 284.70 अंक यानी 1.16 फीसदी गिरकर 24,199.35 पर बंद हुआ।
30 शेयरों वाले सेंसेक्स पैक में टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील, सन फार्मा, एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक और आईसीआईसीआई बैंक सबसे अधिक नुकसान में रहे। भारतीय स्टेट बैंक इस पैक से एकमात्र लाभार्थी के रूप में उभरा। एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 4,445.59 करोड़ रुपये के इक्विटी बेचे थे।
एशियाई बाजारों में, सियोल, शंघाई और हांगकांग बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि टोक्यो कमजोर रहा। यूरोपीय बाजार सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे। बुधवार को वॉल स्ट्रीट भारी बढ़त के साथ बंद हुआ था। अमेरिका के तीनों प्रमुख सूचकांकों में जबरदस्त उछाल दिखा। डाउ जोंस 1500 यानी 3.57 फीसदी उछाल के साथ 43,729.93 अंकों पर बंद हुआ।
अमेरिकी बाजार में तेजी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के चलते आई है। उन्होंने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस को हराया और सत्ता में वापसी की। ट्रंप की जीत से अमेरिकी इकोनॉमी में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है, जिसका नतीजा शेयर बाजार में तेजी के तौर पर दिखा।
हालांकि, भारतीय शेयर बाजार पर अमेरिकी तेजी का असर नहीं दिखा। निवेशकों ने मुनाफावसूली और अतिरिक्त सावधानी बरतने पर ही जोर दिया। अगर अमेरिकी फेडरल का ब्याज दर पर फैसला निवेशकों की उम्मीद के मुताबिक आता है, तो भारतीय बाजार में तेजी दिख सकती है।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.33 प्रतिशत गिरकर 74.67 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। निफ्टी 270.75 अंक या 1.12 प्रतिशत बढ़कर 24,484.05 पर पहुंच गया। रुपया भी 6 पैसे की गिरावट के साथ 84.37 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। ट्रंप की सत्ता में वापसी से डॉलर के मजबूत होने की उम्मीद है। इसका नकारात्मक असर रुपये पर दिख रहा है।यह भी पढ़ें : Stock Market Crash: ट्रंप की जीत के बाद भी शेयर मार्केट में हाहाकार, क्या ये पांच कारण हैं जिम्मेदार?