Share Market Today: विदेशी बिकवाली से झटका, लगातार तीसरे दिन लाल निशान में बंद हुए सेंसेक्स-निफ्टी
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से इंडसइंड बैंक एशियन पेंट्स हिंदुस्तान यूनिलीवर टाटा मोटर्स टाटा स्टील टाइटन रिलायंस इंडस्ट्रीज और एनटीपीसी में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। वहीं टेक महिंद्रा महिंद्रा एंड महिंद्रा कोटक महिंद्रा बैंक इंफोसिस एचसीएल टेक्नोलॉजीज और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सबसे ज्यादा लाभ में रहे। वैश्विक बाजारों में सुस्त रुझान और विदेशी फंडों की भारी निकासी ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
बिजनेस डेस्क, नई मुंबई। भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। यह लगातार तीसरा कारोबारी सत्र रहा, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान में बंद हुए। इसकी वजह तेल और गैस के साथ चुनिंदा एफएमसीजी शेयरों में मुनाफावसूली रही। हालांकि, सेंसेक्स और निफ्टी की शुरुआत हरे निशान में हुई थी।
बीएसई सेंसेक्स 33.49 अंक यानी 0.04 प्रतिशत गिरकर 84,266.29 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान इसने 84,648.40 का उच्चतम और 84,098.94 का न्यूनतम स्तर छुआ। एनएसई निफ्टी 13.95 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 25,796.90 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स-निफ्टी में गिरावट क्यों
एनालिस्टों का कहना है कि वैश्विक बाजारों में सुस्त रुझान और विदेशी फंडों की भारी निकासी ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एनटीपीसी में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। वहीं, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सबसे ज्यादा लाभ में रहे।विदेशी बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में टोक्यो में बढ़त दर्ज की गई, जो सोमवार को भारी गिरावट से उबरता दिखा। वहीं, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और मुख्य भूमि चीनी बाजार मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश के कारण बंद हैं। मुख्य भूमि चीन के बाजार अवकाश के कारण सप्ताह के बाकी दिनों में बंद रहेंगे। यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। सोमवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए।
विदेशी निवेशकों का रुख
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 9,791.93 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,645.80 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। मंगलवार को एक मंथली सर्वे में कहा गया है कि कारखाना उत्पादन, बिक्री और नए निर्यात ऑर्डरों में धीमी वृद्धि के बीच सितंबर में भारत के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि आठ महीने के निचले स्तर पर आ गई।