Share Market Close: मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स 5 और निफ्टी 9 अंक टूटे
Share Market Today गुरुवार 23 नवंबर 2023 को शेयर बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 5 अंक और निफ्टी 9 अंक टूटकर बंद हुए हैं। इस सपाट बंद होने की वजह शेयर मार्केट में कम खरीदारी और बिकवाली है। वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया भी सपाट बंद हुआ है। आज बैंकिंग सेक्टर में बढ़त देखने को मिली है। पढ़िए पूरी खबर.....
By AgencyEdited By: Priyanka KumariUpdated: Thu, 23 Nov 2023 04:22 PM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। आज शेयर मार्केट में कम खरीदारी और बिकवाली की वजह से शेयर मार्केट हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ है। आज बैंकिंग सेक्टर में बढ़त देखने को मिली है। आज 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 5.43 अंक या 0.01 प्रतिशत गिरकर 66,017.81 पर बंद हुआ। बीएसई दिन के दौरान 66,235.24 के उच्चतम और 65,980.50 के निचले स्तर पर पहुंच गया। वहीं , निफ्टी 9.85 अंक या 0.05 प्रतिशत फिसलकर 19,802 पर पहुंच गया।
टॉप गेनर और टॉप लूजर स्टॉक
एनएसई के वेबसाइटके अनुसार आज 1146 शेयर हरे निशान पर और 951 स्टॉक लाल निशान पर बंद हुए हैं। सेंसेक्स फर्म की कंपनियों में इंडसइंड बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, भारती एयरटेल, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और टाटा स्टील के शेयर हरे निशान पर बंद हुए। वहीं,अल्ट्राटेक सीमेंट, लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फाइनेंस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एनटीपीसी, इंफोसिस, टाइटन और एशियन पेंट्स के स्टॉक टॉप लूजर रहे।वैश्विक बाजार का हाल
एशियाई बाजार में सिओल, शंघाई और हांग-कोंग के शेयर हरे निशान पर बंद हुए हैं। वहीं, यूरोपीय बाजार मामूली बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.50 प्रतिशत गिरकर 80.73 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 306.56 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।मुख्य सूचकांकों पर सीमाबद्ध गति जारी रही क्योंकि बाजार 19,800 के स्तर से आगे निर्णायक कदम के लिए नए ट्रिगर्स की तलाश में था। हालांकि, व्यापक बाजारों का अंडरकरंट मजबूत है और मिड और स्मॉल-कैप काउंटरों में तेजी से खरीदारी एक सौदेबाजी के रूप में उभरी है। हाल ही में खराब प्रदर्शन करने वाले शेयरों पर रणनीति बनाई गई। तेल की गिरती कीमतें और अमेरिकी बांड पैदावार में आसानी बाजार के लिए व्यापक सुधार के लिए प्रमुख सकारात्मक बातें हैं।