Share Market Open: शेयर बाजार में वापस आई तेजी, सेंसेक्स 645और निफ्टी 209 अंक चढ़ा
Share Market Open मंगलवार को शेयर बाजार दिवाली बालीप्रतिपदा के मौके पर बंद था और सोमवार को शेयर बाजार लाल निशान पर ट्रेड कर रहा था। अमेरिकी मंहगाई दर के आंकड़े जारी होने के बाद आज शेयर बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। शेयर मार्केट के दोनों स्टॉक एक्सचेंज हरे निशान पर कारोबार कर रहा है। (जागरण फाइल फोटो)
By AgencyEdited By: Priyanka KumariUpdated: Wed, 15 Nov 2023 11:24 AM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। अमेरिकी महंगाई दर उम्मीद से अच्छी नहीं आई है। अमेरिकी महंगाई दर का असर भारतीय शेयर मार्केट पर भी देखने को मिला है। आज शेयर मार्केट हरे निशान पर खुला है। वहीं, सोमवार को शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ था और मंगलवार को दिवाली बालीप्रतिपदा के मौके पर शेयर मार्केट के सभी सेगमेंट बंद थे। इसका मतलब है कि कल शेयर मार्केट में शेयर की खरीद-बिक्री नहीं हुई थी।
आज सेंसेक्स 645.08 अंक की तेजी के साथ 65,578.95 अंक पर पहुंच गया था। वहीं, निफ्टी 209.8 अंक की तेजी के साथ 19,653.35 अंक पर पहुंचा है।WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें
टॉप गेनर्स और लूजर्स स्टॉक
खबर लिखते वक्त एनएसई पर 1488 स्टॉक हरे निशान पर और 578 शेयर लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं। सेंसेक्स पैक में जेएसडब्ल्यू स्टील, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, इंफोसिस, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एक्सिस बैंक के शेयर टॉप गेनर रहे। वहीं, पावर ग्रिड, नेस्ले, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एशियन पेंट्स के शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं।ग्लोबल मार्केट का हाल
एशियाई बाजार में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांग-कोंग सकारात्मकता के साथ कारोबार कर रहे हैं। इसी तरह अमेरिकी बाजार मंगलवार को मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा
ग्लोबल ऑयल बेंचमार्क में ब्रेड क्रूड 0.33 फीसदी की बढ़त के साथ 82.74 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया है। वहीं, एक्सचेंज डेटा के अनुसार विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को 1,244.44 रुपये के शेयर बेचे हैं।अक्टूबर का अमेरिकी मुद्रास्फीति डेटा शेयर बाजार के लिए गेम चेंजर है। 3.2 फीसदी अक्टूबर मुद्रास्फीति प्रिंट उम्मीद से कम है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मुख्य मुद्रास्फीति में केवल 0.2 प्रतिशत MoM (माह-दर-माह) की वृद्धि हुई है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि फेड दरों में बढ़ोतरी के साथ तैयार है और 2024 में दरों में कटौती की समयसीमा आगे बढ़ने की संभावना है। अमेरिकी बाजारों में तेज सुधार भारत में भी दिखाई देगा।