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Share Market Today: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी; आईटी शेयरों में बिकवाली, हीरो मोटोकॉर्प में तेजी

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 1849.87 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक भारतीय इक्विटी बाजार से 22420 करोड़ रुपये निकाले हैं। इसकी वजह भारतीय शेयर बाजार का अधिक वैल्यूएशन चीन में बढ़ता आवंटन और बढ़ते अमेरिकी डॉलर के साथ-साथ ट्रेजरी यील्ड है। एशियाई बाजारों में सियोल शंघाई और हांगकांग में तेजी रही जबकि टोक्यो में गिरावट दर्ज की गई।

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Updated: Mon, 18 Nov 2024 03:32 PM (IST)
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एचडीएफसी बैंक, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और एशियन पेंट्स में तेजी रही।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है। सोमवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ खुले। इसकी बड़ी वजह विदेशी फंडों की लगातार निकासी, आईटी शेयरों में बिकवाली और अमेरिकी बाजारों से कमजोर संकेत रहे। बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 156.72 अंक गिरकर 77,423.59 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 64.25 अंक गिरकर 23,468.45 पर आ गया।

30 शेयरों वाले सेंसेक्स पैक में इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स और इंडसइंड बैंक में गिरावट दिखी। वहीं, एचडीएफसी बैंक, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और एशियन पेंट्स लाभ में रहे।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 1,849.87 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक भारतीय इक्विटी बाजार से 22,420 करोड़ रुपये निकाले हैं। इसकी वजह भारतीय शेयर बाजार का अधिक वैल्यूएशन, चीन में बढ़ता आवंटन और बढ़ते अमेरिकी डॉलर के साथ-साथ ट्रेजरी यील्ड है।

इस बिकवाली के साथ, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने 2024 में अब तक कुल 15,827 करोड़ रुपये की निकासी दर्ज की है। शुक्रवार को गुरु नानक जयंती के अवसर पर इक्विटी बाजार बंद रहे।

किस वजह से गिर रहा है भारतीय बाजार

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, "भले ही निफ्टी में शिखर से 10.4 प्रतिशत की गिरावट आई हो, लेकिन बाजार में ठोस रिकवरी के कोई संकेत नहीं हैं। एफआईआई की लगातार बिकवाली, वित्त वर्ष 25 के लिए अधिकांश कंपनियों की आय में गिरावट और ट्रंप ट्रेड के परिणाम बाजार पर भारी पड़ रहे हैं।"

एशियाई बाजारों में, सियोल, शंघाई और हांगकांग में तेजी रही, जबकि टोक्यो में गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे।

अमेरिकी बॉन्ड ने बढ़ाई चिंता

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "वॉल स्ट्रीट से कमजोर संकेत और अमेरिकी बॉन्ड पर बढ़ती यील्ड ने चिंता बढ़ा दी है।" वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत बढ़कर 71.40 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

गुरुवार को बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स 110.64 अंक या 0.14 प्रतिशत गिरकर 77,580.31 पर बंद हुआ था। निफ्टी 26.35 अंक या 0.11 प्रतिशत गिरकर 23,532.70 पर बंद हुआ था।

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