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पहली बार 83 हजार के पार बंद हुआ सेंसेक्स, शेयर मार्केट में लिस्टेड कंपनियों की संख्या भी रिकॉर्ड स्तर पर

30 जून 2024 को समाप्त पहली छमाही में भारतीय शेयर बाजारों में मेनबोर्ड में सूचीबद्ध संख्या 5450 हो गई है और यह दुनिया की किसी भी शेयर बाजार के मेनबोर्ड में सूचीबद्ध कंपनियों की सबसे ज्यादा संख्या है। संपत्ति प्रबंधन फर्म एंजल वन हेल्थ ने ताजा रिपोर्ट में यह बात कही है। कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली छमाही में वैश्विक आईपीओ बाजार में भारत की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी रही है।

By Agency Edited By: Suneel Kumar Updated: Tue, 17 Sep 2024 07:45 PM (IST)
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30 जून 2024 को समाप्त पहली छमाही में भारतीय शेयर बाजारों में मेनबोर्ड में सूचीबद्ध संख्या 5,450 हो गई है।

पीटीआई, मुंबई। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के फैसले से पहले निवेशकों की सतर्कता के बीच घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बढ़त के साथ बंद होने में कामयाब रहे। बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 90.88 अंक की तेजी के साथ पहली बार 83 हजार के स्तर के पार जाकर 83,079.66 पर जाकर बंद होने में कामयाब रहा।

दिनभर के कारोबार के दौरान यह 163.63 अंक बढ़कर 83,152.41 के उच्च स्तर तक पहुंचा था। इसी तरह, एनएसई का निफ्टी 34.80 अंक की बढ़त के साथ 25,400 को पार करते हुए 25,418.55 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के चलते भारतीय शेयर बाजारों में लगातार सकारात्मक रुख बना हुआ है। इकोनॉमी के हालात और दर में कटौती के भविष्य को लेकर की जाने वाली फेड की टिप्पणी को लेकर भी बाजार सजग है। अब बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 470.29 लाख करोड़ रुपये या 5.61 ट्रिलियन डॉलर हो गया है।

अब सबसे ज्यादा कंपनियां सूचीबद्ध

30 जून 2024 को समाप्त पहली छमाही में भारतीय शेयर बाजारों में मेनबोर्ड में सूचीबद्ध संख्या 5,450 हो गई है और यह दुनिया की किसी भी शेयर बाजार के मेनबोर्ड में सूचीबद्ध कंपनियों की सबसे ज्यादा संख्या है। संपत्ति प्रबंधन फर्म एंजल वन हेल्थ ने ताजा रिपोर्ट में यह बात कही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली छमाही में वैश्विक आईपीओ बाजार में भारत की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी रही है।

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