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CUET UG Exam 2024: मनपसंद यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलना होगा आसान, बस ऐसे करें सीयूईटी यूजी एग्जाम की तैयारी

सीयूईटी यूजी परीक्षा की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को इस बात का ध्यान रखना होगा कि वे एग्जाम की तैयारी के साथ-साथ अपने फिजिकल और मेंटल हेल्थ का भी ध्यान रखें। पढ़ाई के बीच-बीच में वे अपने लिए ब्रेक का समय निर्धारित करें। कोशिश करें कि कुछ घंटो के बाद वॉक के लिए समय निकाले। इससे आपको रिफ्रेश रहने में मदद मिलेगी।

By Nandini Dubey Edited By: Nandini Dubey Updated: Wed, 06 Mar 2024 04:13 PM (IST)
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CUET UG Exam 2024: मनपसंद यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलना होगा आसान,बस तैयारी करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान (Image-freepik)

 करियर डेस्क, नई दिल्ली। देश की सेंट्रल, स्टेट सहित अन्य भाग लेने वाली यूनिवर्सिटीज में बैचलर्स प्रोग्राम में एडमिशन के लिए सीयूईटी यूजी परीक्षा पास करनी होती है। इस एग्जाम में देश भर से लाखों परीक्षार्थी अपनी मनपसंद यूनिवर्सिटी से अंडरग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन पाने के लिए इस एग्जाम में शामिल होते हैं। भारी संख्या में कैंडिडेट्स होने की वजह से स्टूडेंट्स के बीच कड़ा मुकाबला होता है। इसलिए परीक्षार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे इस परीक्षा के लिए सटीक रणनीति बनाकर तैयारी करें। ऐसे में स्टूडेंट्स की हेल्प करने के लिए आज अहम कुछ अहम टिप्स भी देने जा रहे हैं। आइए जानते हैं इस बारे में।

एग्जाम पैटर्न

सीयूईटी यूजी परीक्षा पास करने के लिए सबसे पहले यह समझ लें कि परीक्षा का पैटर्न क्या है। किस सेक्शन से कितने सवाल पूछे जाएंगे। इनके लिए मार्किंग स्कीम क्या है। टेस्ट की अवधि कितनी है। जैसे- कुछ विषयों को छोड़कर अन्य सभी के लिए टेस्ट की अवधि 45 मिनट की होगी। इस दौरान 50 में से 40 प्रश्न हल करने होंगे। वहीं, अकाउंटेंसी, अर्थशास्त्र, भौतिकी, कंप्यूटर साइंस/सूचना विज्ञान अभ्यास, रसायन विज्ञान, गणित/अप्लाइड मैथ्स और जनरल टेस्ट के लिए अवधि 60 मिनट की होगी। इसी तरह एग्जाम पैटर्न को ठीक ढंग से समझ लें।

टाइम टेबल हो सटीक

एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन तभी संभव है, जब इसके लिए सटीक टाइम टेबल के अनुसार तैयारी की जाए। इसलिए जरूरी है कि अपना प्रैक्टिकल टाइमटेबल बनाएं। इसके लिए कैंडिडेट्स डायरी में अपनी प्राथमिकताएं तय करें। इसमें पढ़ने के घंटे निर्धारित करें। किस सेक्शन के लिए कितना समय अलॉट किया जाएगा। इस बात का जिक्र भी आपके शेड्यूल में तय होना चाहिए।

मॉक टेस्ट

अगर ठीक ढंग से बनाए गए शेड्यूल से शानदार परीक्षा की बेहतर तैयारी हो सकती है तो एग्जाम की बेहतर प्रैक्टिस मॉक टेस्ट से हो सकती है। इसलिए कैंडिडेट्स को सलाह दी जाती है कि वे क्वैश्चन की बेहतर तैयारी करने के लिए मॉक टेस्ट की खूब प्रैक्टिस करें, जिससे एग्जाम के दौरान उन्हें दिक्कत न हो।

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